मंडला। शहर में बने 135 साल पुराने सेंट ल्यूक्स चर्च में क्रिसमस के दिन प्रभू येशु मसीह के भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. पूरे देश में महज तीन ही ऐसी बनावट के चर्च हैं, जिनका निर्माण अंग्रेजी शासन काल मे हुआ था, जो यूरोपियन शैली में बनाया गया है. जिसका निर्माण सेंट ल्यूक्स चर्च विसेंट मिलोनी ने करवाया था.
इस चर्च की खास बात है इसकी बनावट, जो पूरे देश में मंडला के अलावा सिवनी जिले और हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज में ही मिलती है. चर्च का निर्माण अंग्रेजों के द्वारा मजबूत काले पत्थरों और सफेद संगमरमर से कराया था. वहीं चूने और पेड़ों की लार से बने गारे से इसे जोड़ा गया था. जिसकी मजबूती आज भी ऐसी है कि कहीं एक दरार भी नहीं आई, चर्च के अंदर के हिस्से को मजबूती के साथ ही उसमें सफाई देने के लिए ईंट से भी दीवारें बनाई गईं हैं. जिनके निचले हिस्से खास डिज़ाइन बनाई गई थीं. जो ट्रिनिटी परमेश्वर की जानकारी देता है ऐसे ही सिंबल या आकृतियां यहां के फर्नीचर और अन्य इक्यूपमेंट पर भी मिलते हैं.
100 साल से ज्यादा पुराने इस चर्च को एमपी ट्यूरिज्म के अपने विभाग के दस्तावेजों में भी शामिल कर लिया गया है. क्रिसमस के समय यहां ईसाई धर्म को मानने वालों की खासी भीड़ भी होती हैं, वहीं इसकी साज सज्जा के साथ ही इसमें आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम भी बहुत खास होते हैं, मंडला जिले का इतिहास सदियों पुराना है और इस इतिहास है गौरव ये सेंट ल्यूक्स चर्च भी है.