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मानदेय को लेकर धरने पर बैठे अतिथि शिक्षक, कलेक्टर ने दिया जल्द निराकरण का आश्वासन - अतिथि शिक्षक

मंडला के 3200 अतिथि शिक्षकों ने लंबे समय से मानदेय ना मिलने को लेकर धरना प्रदर्शन करने के साथ-साथ भूख हड़ताल की, कलेक्टर के आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल खत्म की .

धरना पर बैठे अतिथि शिक्षक
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Published : Oct 29, 2019, 7:14 PM IST

Updated : Oct 29, 2019, 8:30 PM IST

मंडला। जिले के करीब 32 सौ अतिथि शिक्षकों को मार्च-अप्रैल के साथ ही बीती जुलाई से अब तक मानदेय नहीं मिलने पर नाराज सभी अतिथि शिक्षकों ने विकासखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक धरना प्रदर्शन किया. साथ ही भूख के बाद निर्जला हड़ताल भी की, जोकि प्रशासन के आश्वासन के बाद खत्म की दी गई है.

धरना पर बैठे अतिथि शिक्षक


बता दें कि बीती जुलाई से अक्टूबर तक, वहीं मार्च और अप्रैल से मानदेय न मिलने के कारण जिले के अतिथि शिक्षक दीवाली के एक दिन पहले हड़ताल पर चले गए थे. जिसके दूसरे दिन से वे भूख हड़ताल पर थे और फिर तीसरे दिन से उन्होंने पानी भी छोड़ दिया था. नाराज अतिथि शिक्षकों को मनाने की कोशिश जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों ने की लेकिन उनका कहना था कि अब उन्हें किसी पर भी भरोसा नहीं हैं और जब तक खाते में पैसा नहीं आ जाता तब तक धरना खत्म नहीं होगा.


बता दें कि भाजपा राजयसभा सांसद सम्पतिया उइके भी उनके पास पहुंची और शिक्षकों से धरना खत्म करने कि अपील के साथ ही सहायक आयुक्त से चर्चा की बात भी कही. कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया ने जल्द मानदेय का भुगतान करने का भरोसा दिलाकर जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया.

मंडला। जिले के करीब 32 सौ अतिथि शिक्षकों को मार्च-अप्रैल के साथ ही बीती जुलाई से अब तक मानदेय नहीं मिलने पर नाराज सभी अतिथि शिक्षकों ने विकासखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक धरना प्रदर्शन किया. साथ ही भूख के बाद निर्जला हड़ताल भी की, जोकि प्रशासन के आश्वासन के बाद खत्म की दी गई है.

धरना पर बैठे अतिथि शिक्षक


बता दें कि बीती जुलाई से अक्टूबर तक, वहीं मार्च और अप्रैल से मानदेय न मिलने के कारण जिले के अतिथि शिक्षक दीवाली के एक दिन पहले हड़ताल पर चले गए थे. जिसके दूसरे दिन से वे भूख हड़ताल पर थे और फिर तीसरे दिन से उन्होंने पानी भी छोड़ दिया था. नाराज अतिथि शिक्षकों को मनाने की कोशिश जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों ने की लेकिन उनका कहना था कि अब उन्हें किसी पर भी भरोसा नहीं हैं और जब तक खाते में पैसा नहीं आ जाता तब तक धरना खत्म नहीं होगा.


बता दें कि भाजपा राजयसभा सांसद सम्पतिया उइके भी उनके पास पहुंची और शिक्षकों से धरना खत्म करने कि अपील के साथ ही सहायक आयुक्त से चर्चा की बात भी कही. कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया ने जल्द मानदेय का भुगतान करने का भरोसा दिलाकर जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया.

Intro:मण्डला जिले के करीब 32 सौ अतिथि शिक्षकों को मार्च अप्रेल के साथ ही बीती जुलाई से अब तक मानदेय नहीं मिला था जिससे नाराज होकर लगभग सभी अतिथि शिक्षकों ने विकास खंड से लेकर जिला मुख्यालय तक धरना और भूख के बाद निर्जला हड़ताल कर दी थी जो प्रशासन के मान मनोव्वल और मानदेय मिलने के बाद ही खत्म हुआ।

Body:बीती जुलाई से अक्टूबर तक साथ ही मार्च और अप्रेल से मानदेय न मिलने के कारण जिले के अतिथि शिक्षक दीवाली के एक दिन पहले हड़ताल पर चले गए थे और जिला मुख्यालय पर इन्होंने अनिश्चित कालीन धरना सहायक आयुक्त कार्यालय के सामने शुरू कर दिया था जिसके दूसरे दिन से ये भूख हड़ताल के बाद तीसरे दिन से पानी पीना भी छोड़ दिये थे,दीवाली की रात जब सभी अपने घर पर त्यौहार मना रहे थे ऐसे में भी ये अतिथि शिक्षक हड़ताल पर बैठे रहे जिन्हें मनाने की कोशिश जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियो ने भी की लेकिन इन का कहना था कि अब उन्हें किसी पर भरोसा नहीं और जब तक खाते में पूरे पैसे नहीं आ जाते ये अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे,भाजपा सांसद (राजयसभा)सम्पतिया उइके भी इनके पास पहुंची और इनसे अपील के साथ ही सहायक आयुक्त से चर्चा की और तुरन्त ही प्रदेश सरकार से मानदेय दिलाने की बात कही लेकिन अतिथि शिक्षकों की एक ही शर्त थी कि बिना मानदेय के ये नहीं मानेंगे।जिसके बाद सरकार के द्वारा इन सभी का मानदेय भेजा गया और जल्द ही बकाया मानदेय देने की बात कही और काफी मानने के बाद शाम को अतिथियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया इससे पहले हड़ताल पर बैठे कुछ शिक्षकों ने आँखों पर पट्टी बांध कर देखना भी बंद कर दिया था। इस धरने को जिले के मुखिया डॉक्टर जगदीश चंद्र जाटिया के द्वारा जल्द मानदेय का भुगतान करने का आश्वासन देकर और भूख हड़ताल पर बैठे शिक्षक को जूस पिला कर समाप्त कराया गया।

Conclusion:इन अतिथियों का कहना है कि सरकार इन्हें नियमित भी नहीं कर रही,और पूरे साल भर का मानदेय भी नहीं देती वहीं मानदेय भी कई महीने नहीं दिया जाता जिससे इनकी आर्थिक इस्थिती लगातार बिगड़ रही है।

बाईट-- सम्पतिया उइके,राजयसभा सांसद
बाईट-- विजय टेकाम, सहायक आयुक्त
बाईट--जगदीश चंद्र जाटिया,कलेक्टर
Last Updated : Oct 29, 2019, 8:30 PM IST
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