मण्डला। बेटियों और महिलाओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार को देखते हुए मण्डला जिले के बम्हनी सरकारी स्कूल की छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जा रही है. स्कूल प्राचार्य ने छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कराया है. छात्राएं भी ट्रेनिंग में अपनी पूरी रुचि दिखा रही हैं.
बम्हनी के शासकीय कन्या उच्च विद्यालय की छत्राएं इन दिनों कराटे के दांव-पेंच सीखने में जमकर पसीना बहा रही हैं. स्कूल प्राचार्य का मानना है कि लड़कियों को इतना सक्षम होना चाहिए कि वे असमाजिक तत्वों या छेड़छाड़ करने वालों से जरूरत पड़ने पर डटकर मुकाबला कर सकें. यही वजह है कि छात्राएं जूडो कराते सीख रही हैं.
शिक्षकों की सोच, कराटे मास्टर की मेहनत के साथ ही छात्राओं की दृढ़ इच्छा शक्ति से इसका असर भी दिखाई देने लगा है. छात्राओं का कहना है कि वे खुद को कमजोर नहीं मानतीं और कराटे के माध्यम से खुद की रक्षा के लिए इतनी सक्षम होना चाहती हैं कि कोई उनकी तरफ आंख उठाकर भी न देख सके.
दिल्ली में हुए निर्भया रेप केस और अब हैदराबाद में रेप और मर्डर केस के बाद सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम की जरूरत लोगों को समझ में आने लगी है. लोगों का कहना है कि मार्शल आर्ट सभी वर्ग के स्कूली बच्चों के लिए अनिवार्य होना चाहिए.