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कागजों में ओडीएफ, शौचालयों में नहीं है पानी और दरवाजे - स्वच्छ भारत मिशन
एक तरफ प्रशासन ने गांवों को कागजों में ओडीएफ घोषित कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ आधे- अधूरे शौचालय सरकारी दावों को मुंह चिढ़ा रहे हैं.
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कागजों में ओडीएफ
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Published : Oct 17, 2019, 3:33 PM IST
मंडला। प्रधानमंत्री के स्वच्छता भारत मिशन के तहत खुले में शौच नहीं करने के मिशन पर मंडला जिला पानी फेरता नजर आ रहा है. ओडीएफ और शौचालयों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आधे अधूरे शौचालय बना दिए गए हैं और कई जगह तो सिर्फ गड्ढे ही खोद कर छोड़ दिया गया हैं.
सांसद द्वारा गोद लिए गए "कापा गांव" में आज भी शौचालय अधूरे पड़े हैं. बहुत से शौचालयों में पानी की टंकी नहीं लगाई गई हैं, तो कुछ शौचालयों में दरवाजे नहीं है. कई ब्लॉकों में कागजों पर पंचायतों को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है.
इस बारे में जनपद पंचायत बीजाडांडी के मुख्यकार्य पालन अधिकारी शैलेंद्र शर्मा का कहना है कि पूर्व में हमें 18365 शौचालय बनाने का टारगेट मिला जिसकों हमने पूर्ण कर लिया हैं और हमारा विकाशखण्ड क्षेत्र पूर्ण तरह खुले में शौच से मुक्त हो चुका हैं. उन्होंने कहा कि जो शौचालय नहीं बनाए गए हैं, उन्हें जल्द बनाया जाएगा.
मंडला। प्रधानमंत्री के स्वच्छता भारत मिशन के तहत खुले में शौच नहीं करने के मिशन पर मंडला जिला पानी फेरता नजर आ रहा है. ओडीएफ और शौचालयों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आधे अधूरे शौचालय बना दिए गए हैं और कई जगह तो सिर्फ गड्ढे ही खोद कर छोड़ दिया गया हैं.
सांसद द्वारा गोद लिए गए "कापा गांव" में आज भी शौचालय अधूरे पड़े हैं. बहुत से शौचालयों में पानी की टंकी नहीं लगाई गई हैं, तो कुछ शौचालयों में दरवाजे नहीं है. कई ब्लॉकों में कागजों पर पंचायतों को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है.
इस बारे में जनपद पंचायत बीजाडांडी के मुख्यकार्य पालन अधिकारी शैलेंद्र शर्मा का कहना है कि पूर्व में हमें 18365 शौचालय बनाने का टारगेट मिला जिसकों हमने पूर्ण कर लिया हैं और हमारा विकाशखण्ड क्षेत्र पूर्ण तरह खुले में शौच से मुक्त हो चुका हैं. उन्होंने कहा कि जो शौचालय नहीं बनाए गए हैं, उन्हें जल्द बनाया जाएगा.
Intro:कागजो में ओडीएफ घोषित हुआ जिला।।
मंडला- प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच मुक्त का सपना देखने वाले देश प्रधानमंत्री मोदी के अरमानों पर मंडला जिले में पानी फिरता नजर आरहा है, जिसकी बानगी आप जिले के बीजाडांडी, नारायणगंज और निवास विकाशखण्ड की दर्जनों ग्राम पंचायतों में देख सक्ते हैं। जब हमारी टीम ओडीएफ और शौचालयों की जमीनी हकीकत जानने ग्राउंड जीरों पर पहुँची तो हमें कई पंचायतें तो ऐसी मिली जहाँ पर सिर्फ 30 से 40% प्रतिशत ही शौचालय बनाये गयें है बो भी आधे अधूरे अधूरे। अगर हम बीजाडांडी ब्लॉक के समनापुर, बुधरापिपरिया, देवरी, रमतिला, विजयपुर, सांगवा, मैली, मानिकसराय, उदयपुर, ग्राम पंचायतों की बात करे तो आज भी शौचालय के नाम पर आधे अधूरे शौचालय बने हैं और कई जगह तो सिर्फ गड्ढे ही खोदे गयें है। यही हालत नारायणगंज ब्लॉक के ग्राम पंचायत मांडोगड़, बीजेगांव, मानेगांव, घोटखेड़ा, चिरईडोंगरी पंचायतों में भी आधे अधूरे आज तक शौचालय बनायें गयें हैं। ऐसा ही कुछ हाल निवास ब्लॉक का यहाँ पर तो सांसद द्वारा गोद लिऐ गयें "कापा गाँव" में आज भी शौचालय अधूरे पड़े हैं। इन तीनो ब्लॉकों में कागजो पर पंचायतों को ओडीएफ और खुले में शोंच मुक्त कर दिया गया हैं। और इसी तर्ज पर जिले के अधिकारियों ने बहा बाही लूटने के लियें सम्पूर्ण जिले ओडीएफ भी घोषित कर दिया हैं।।
Vo 1- खुले में मुक्त शौच और ओडीएफ की सच्चाई जानने के लियें जब हमारी टीम ने जनपद पंचायत बीजाडांडी के मुख्यकार्य पालन अधिकारी शैलेंद्र शर्मा से बात करी तो उनका कहना था कि पूर्व में हमें 18365 शौचालय बनाने का टारगेट मिला जिसकों हमने पूर्ण कर लिया हैं और हमारा विकाशखण्ड क्षेत्र पूर्ण तरह खुले में शोंच से मुक्त हो चुका हैं, लेकिन जब हमने पूछा कि समनापुर, बुधरापिपरिया, देवरी, रमतिला, विजयपुर, सांगवा, मैली, मानिकसराय, उदयपुर में अब भी शौचालय नही बनें है तो श्रीमान जी स्वीकार करते हुऐ कहाँ कि समनापुर और बुधरापिपरिया में कुछ शौचालय नही बनें हैं जिनको बहुत जल्द बना लिया जाएंगे लेकिन बाकी पंचायतों में शौचालय पूर्ण रूप से बन चुकें है,
बाइट 1- शैलेंद्र शर्मा- मुख्यकार्य पालन अधिकारी- बीजाडांडी।
Vo2-जनपद पंचायत बीजाडांडी की ग्राम पंचायत बुधरापिपरिया के रामकुमार सैयाम बताते हैं कि हमारे गांव में अभी तक सिर्फ आधे लोगो के शौचालय बनाये गयें हैं बो भी आज तक आधे अधूरे पड़े, जबकि आधे ग्राम वासियों के शौचालय आज तक नही बनायें गयें हैं। अगर फिर भी गांव को ओडीएफ घोषित किया गया हैं तो कागजो में हेर फेर करके फर्जी तरीके से करदिया होगा। वही समनापुर, विजयपुर, उदयपुर, मानिकसराय, रमतिला, सांगवा ग्राम पंचायत के लोग भी बताते हैं कि गांव में कुछ ही लोगो के शौचालय बनाये गयें है बो भी आधे अधूरे किसी के यहाँ गड्ढे नही खुदे है और किसी यहाँ सीट नही लगाई गई हैं और नाही कनेक्शन कियें गयें हैं तथा आधे से ज्यादा लोगो के शौचालय तो बनायें ही नही गयें है।
बाइट 2- रामकुमार- ग्रामीण
बाइट 3- लामू सिंह- ग्रामीण
बाइट 4- ग्रामीण
बाइट 5- ग्रामीण
बाइट 6- ग्रामीण
क्या हैं कमियां
बहुत से शौचालयों में पानी की टंकी नहीं लगाई गई हैं, किसी में दरवाजे नहीं है और किसी में गड्ढे नही खोदे गयें हैं शौचालय इस हाल में ही नहीं है, कि ग्रामीण उनका उपयोग कर सके, दूसरी तरफ अगर शौचालय पूरी तरह बन भी गये, तो उनका कनेक्शन ही नहीं हुआ है।
फाइनल व्हीओ- अधिकारियों ने बाह बाही लूटने और प्रधानमंत्री की नजरों में अपनी साख बचाने के लियें भले ही सम्पूर्ण जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया हो लेकिन ग्राउंड जीरों पर ओडीएफ और खुले में शोंच मुक्त की कहानी झूठी साबित हो रही हैं और प्रधानमंत्री की साख को बट्टा लगता नजर आरहा हैं।।
mpc1083Body:कागजो में ओडीएफ घोषित हुआ जिला।।
मंडला- प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच मुक्त का सपना देखने वाले देश प्रधानमंत्री मोदी के अरमानों पर मंडला जिले में पानी फिरता नजर आरहा है, जिसकी बानगी आप जिले के बीजाडांडी, नारायणगंज और निवास विकाशखण्ड की दर्जनों ग्राम पंचायतों में देख सक्ते हैं। जब हमारी टीम ओडीएफ और शौचालयों की जमीनी हकीकत जानने ग्राउंड जीरों पर पहुँची तो हमें कई पंचायतें तो ऐसी मिली जहाँ पर सिर्फ 30 से 40% प्रतिशत ही शौचालय बनाये गयें है बो भी आधे अधूरे अधूरे। अगर हम बीजाडांडी ब्लॉक के समनापुर, बुधरापिपरिया, देवरी, रमतिला, विजयपुर, सांगवा, मैली, मानिकसराय, उदयपुर, ग्राम पंचायतों की बात करे तो आज भी शौचालय के नाम पर आधे अधूरे शौचालय बने हैं और कई जगह तो सिर्फ गड्ढे ही खोदे गयें है। यही हालत नारायणगंज ब्लॉक के ग्राम पंचायत मांडोगड़, बीजेगांव, मानेगांव, घोटखेड़ा, चिरईडोंगरी पंचायतों में भी आधे अधूरे आज तक शौचालय बनायें गयें हैं। ऐसा ही कुछ हाल निवास ब्लॉक का यहाँ पर तो सांसद द्वारा गोद लिऐ गयें "कापा गाँव" में आज भी शौचालय अधूरे पड़े हैं। इन तीनो ब्लॉकों में कागजो पर पंचायतों को ओडीएफ और खुले में शोंच मुक्त कर दिया गया हैं। और इसी तर्ज पर जिले के अधिकारियों ने बहा बाही लूटने के लियें सम्पूर्ण जिले ओडीएफ भी घोषित कर दिया हैं।।
Vo 1- खुले में मुक्त शौच और ओडीएफ की सच्चाई जानने के लियें जब हमारी टीम ने जनपद पंचायत बीजाडांडी के मुख्यकार्य पालन अधिकारी शैलेंद्र शर्मा से बात करी तो उनका कहना था कि पूर्व में हमें 18365 शौचालय बनाने का टारगेट मिला जिसकों हमने पूर्ण कर लिया हैं और हमारा विकाशखण्ड क्षेत्र पूर्ण तरह खुले में शोंच से मुक्त हो चुका हैं, लेकिन जब हमने पूछा कि समनापुर, बुधरापिपरिया, देवरी, रमतिला, विजयपुर, सांगवा, मैली, मानिकसराय, उदयपुर में अब भी शौचालय नही बनें है तो श्रीमान जी स्वीकार करते हुऐ कहाँ कि समनापुर और बुधरापिपरिया में कुछ शौचालय नही बनें हैं जिनको बहुत जल्द बना लिया जाएंगे लेकिन बाकी पंचायतों में शौचालय पूर्ण रूप से बन चुकें है,
बाइट 1- शैलेंद्र शर्मा- मुख्यकार्य पालन अधिकारी- बीजाडांडी।
Vo2-जनपद पंचायत बीजाडांडी की ग्राम पंचायत बुधरापिपरिया के रामकुमार सैयाम बताते हैं कि हमारे गांव में अभी तक सिर्फ आधे लोगो के शौचालय बनाये गयें हैं बो भी आज तक आधे अधूरे पड़े, जबकि आधे ग्राम वासियों के शौचालय आज तक नही बनायें गयें हैं। अगर फिर भी गांव को ओडीएफ घोषित किया गया हैं तो कागजो में हेर फेर करके फर्जी तरीके से करदिया होगा। वही समनापुर, विजयपुर, उदयपुर, मानिकसराय, रमतिला, सांगवा ग्राम पंचायत के लोग भी बताते हैं कि गांव में कुछ ही लोगो के शौचालय बनाये गयें है बो भी आधे अधूरे किसी के यहाँ गड्ढे नही खुदे है और किसी यहाँ सीट नही लगाई गई हैं और नाही कनेक्शन कियें गयें हैं तथा आधे से ज्यादा लोगो के शौचालय तो बनायें ही नही गयें है।
बाइट 2- रामकुमार- ग्रामीण
बाइट 3- लामू सिंह- ग्रामीण
बाइट 4- ग्रामीण
बाइट 5- ग्रामीण
बाइट 6- ग्रामीण
क्या हैं कमियां
बहुत से शौचालयों में पानी की टंकी नहीं लगाई गई हैं, किसी में दरवाजे नहीं है और किसी में गड्ढे नही खोदे गयें हैं शौचालय इस हाल में ही नहीं है, कि ग्रामीण उनका उपयोग कर सके, दूसरी तरफ अगर शौचालय पूरी तरह बन भी गये, तो उनका कनेक्शन ही नहीं हुआ है।
फाइनल व्हीओ- अधिकारियों ने बाह बाही लूटने और प्रधानमंत्री की नजरों में अपनी साख बचाने के लियें भले ही सम्पूर्ण जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया हो लेकिन ग्राउंड जीरों पर ओडीएफ और खुले में शोंच मुक्त की कहानी झूठी साबित हो रही हैं और प्रधानमंत्री की साख को बट्टा लगता नजर आरहा हैं।।
mpc1083Conclusion:कागजो में ओडीएफ घोषित हुआ जिला।।
मंडला- प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच मुक्त का सपना देखने वाले देश प्रधानमंत्री मोदी के अरमानों पर मंडला जिले में पानी फिरता नजर आरहा है, जिसकी बानगी आप जिले के बीजाडांडी, नारायणगंज और निवास विकाशखण्ड की दर्जनों ग्राम पंचायतों में देख सक्ते हैं। जब हमारी टीम ओडीएफ और शौचालयों की जमीनी हकीकत जानने ग्राउंड जीरों पर पहुँची तो हमें कई पंचायतें तो ऐसी मिली जहाँ पर सिर्फ 30 से 40% प्रतिशत ही शौचालय बनाये गयें है बो भी आधे अधूरे अधूरे। अगर हम बीजाडांडी ब्लॉक के समनापुर, बुधरापिपरिया, देवरी, रमतिला, विजयपुर, सांगवा, मैली, मानिकसराय, उदयपुर, ग्राम पंचायतों की बात करे तो आज भी शौचालय के नाम पर आधे अधूरे शौचालय बने हैं और कई जगह तो सिर्फ गड्ढे ही खोदे गयें है। यही हालत नारायणगंज ब्लॉक के ग्राम पंचायत मांडोगड़, बीजेगांव, मानेगांव, घोटखेड़ा, चिरईडोंगरी पंचायतों में भी आधे अधूरे आज तक शौचालय बनायें गयें हैं। ऐसा ही कुछ हाल निवास ब्लॉक का यहाँ पर तो सांसद द्वारा गोद लिऐ गयें "कापा गाँव" में आज भी शौचालय अधूरे पड़े हैं। इन तीनो ब्लॉकों में कागजो पर पंचायतों को ओडीएफ और खुले में शोंच मुक्त कर दिया गया हैं। और इसी तर्ज पर जिले के अधिकारियों ने बहा बाही लूटने के लियें सम्पूर्ण जिले ओडीएफ भी घोषित कर दिया हैं।।
Vo 1- खुले में मुक्त शौच और ओडीएफ की सच्चाई जानने के लियें जब हमारी टीम ने जनपद पंचायत बीजाडांडी के मुख्यकार्य पालन अधिकारी शैलेंद्र शर्मा से बात करी तो उनका कहना था कि पूर्व में हमें 18365 शौचालय बनाने का टारगेट मिला जिसकों हमने पूर्ण कर लिया हैं और हमारा विकाशखण्ड क्षेत्र पूर्ण तरह खुले में शोंच से मुक्त हो चुका हैं, लेकिन जब हमने पूछा कि समनापुर, बुधरापिपरिया, देवरी, रमतिला, विजयपुर, सांगवा, मैली, मानिकसराय, उदयपुर में अब भी शौचालय नही बनें है तो श्रीमान जी स्वीकार करते हुऐ कहाँ कि समनापुर और बुधरापिपरिया में कुछ शौचालय नही बनें हैं जिनको बहुत जल्द बना लिया जाएंगे लेकिन बाकी पंचायतों में शौचालय पूर्ण रूप से बन चुकें है,
बाइट 1- शैलेंद्र शर्मा- मुख्यकार्य पालन अधिकारी- बीजाडांडी।
Vo2-जनपद पंचायत बीजाडांडी की ग्राम पंचायत बुधरापिपरिया के रामकुमार सैयाम बताते हैं कि हमारे गांव में अभी तक सिर्फ आधे लोगो के शौचालय बनाये गयें हैं बो भी आज तक आधे अधूरे पड़े, जबकि आधे ग्राम वासियों के शौचालय आज तक नही बनायें गयें हैं। अगर फिर भी गांव को ओडीएफ घोषित किया गया हैं तो कागजो में हेर फेर करके फर्जी तरीके से करदिया होगा। वही समनापुर, विजयपुर, उदयपुर, मानिकसराय, रमतिला, सांगवा ग्राम पंचायत के लोग भी बताते हैं कि गांव में कुछ ही लोगो के शौचालय बनाये गयें है बो भी आधे अधूरे किसी के यहाँ गड्ढे नही खुदे है और किसी यहाँ सीट नही लगाई गई हैं और नाही कनेक्शन कियें गयें हैं तथा आधे से ज्यादा लोगो के शौचालय तो बनायें ही नही गयें है।
बाइट 2- रामकुमार- ग्रामीण
बाइट 3- लामू सिंह- ग्रामीण
बाइट 4- ग्रामीण
बाइट 5- ग्रामीण
बाइट 6- ग्रामीण
क्या हैं कमियां
बहुत से शौचालयों में पानी की टंकी नहीं लगाई गई हैं, किसी में दरवाजे नहीं है और किसी में गड्ढे नही खोदे गयें हैं शौचालय इस हाल में ही नहीं है, कि ग्रामीण उनका उपयोग कर सके, दूसरी तरफ अगर शौचालय पूरी तरह बन भी गये, तो उनका कनेक्शन ही नहीं हुआ है।
फाइनल व्हीओ- अधिकारियों ने बाह बाही लूटने और प्रधानमंत्री की नजरों में अपनी साख बचाने के लियें भले ही सम्पूर्ण जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया हो लेकिन ग्राउंड जीरों पर ओडीएफ और खुले में शोंच मुक्त की कहानी झूठी साबित हो रही हैं और प्रधानमंत्री की साख को बट्टा लगता नजर आरहा हैं।।
mpc1083