मण्डला। नैनपुर तहसील में लगभग सात दशक पुराने पशु चिकित्सालय के नए भवन निर्माण के लिए 8 साल पहले मंजूरी मिली थी, लेकिन नगरपालिका परिषद इसे दूसरी जगह शिफ्ट करना चाहती है. यही कारण है कि यहां पशु चिकित्सालय नहीं बन पा रहा है. इस वजह से शहरवासियों, पशुपालकों और किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर से निर्माण कार्य शुरू करने की गुहार लगाई है.
नैनपुर तहसील मुख्यालय के बुधवारी बाजार में नजूल की भूमि लगभग 70 साल पहले पशु चिकित्सालय के लिए दी गई थी. करीब आठ साल पहले चिकित्सालय के जर्जर भवन को तोड़कर इसी जगह पर नए भवन के निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई थी और काम भी शुरू हो गया था, लेकिन नगर पालिका परिषद ने अड़ंगा लगा दिया और काम बंद हो गया. पिछले साल फिर यहीं नए भवन निर्माण के लिए दोबारा टेंडर हुआ और सारा मटेरियल भी लाया जा चुका था. पशु चिकित्सालय का निर्माण कार्य शुरू तो हुआ, लेकिन 26 अगस्त को इसे फिर से रुकवा दिया गया.
पूरे विवाद का विषय यह है कि वर्तमान जगह पर नगर पालिका परिषद शॉपिंग मॉल बनाना चाहता है, जिसके लिए पशु चिकित्सालय को थावंत नदी केवलारी रोड के पास शिफ्ट करना होगा, जबकि नजूल की इस भूमि पर उसका कोई अधिकार नहीं है. कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.