मंडला। स्थानीय कंट्रोल रूम में पुलिस द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता में एडिशनल एसपी गजेन्द्र सिंह कंवर ने बताया कि मंडला नगर में किराये के मकान में रहकर पढ़ाई कर रही तीन युवतियों से मनीष परते नाम बताकर एक युवक ने फोन से संपर्क किया. युवक ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए युवतियों को पुलिस में नौकरी का झांसा दिया. उसने भर्ती के फर्जी दस्तावेज और पुलिस की वर्दी में अपनी फर्जी फोटो वहाट्सएप से भेजी, जिससे तीनों युवतियाँ युवक के झांसे में आ गईं.
व्हाट्सएप पर हो गई परीक्षा : युवतियों ने युवक के कहे अनुसार अपनी अंकसूचियां सहित अन्य दस्तावेज व्हाट्सएप से भेजे. इसके बाद युवक ने इन्हे व्हाट्सएप से ही एक प्रश्नपत्र भेजा, जिसे इन युवतियों ने हल कर वापस भेजा. इसके बाद युवक ने इन्हे सिलेक्शन होने की जानकारी देते हुए एक माह के लिए दिल्ली आने के लिए मैसेज किया. आरोपी युवक ने इन युवतियों को 15 मार्च को नागपुर बस स्टैंड पर मिलने कहा और बताया कि इस भर्ती में 20-25 अन्य लड़कियों का सिलेक्शन हुआ है, वे भी वहीं मिलेंगी. नौकरी लगने की जानकारी मिलने के बाद इन युवतियों ने दिल्ली जाने की तैयारी शुरू कर दी.
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स्कूल संचालिका ने पोल खोली : युवतियों ने ये बात अपनी मकान मालिकान सीता परतेति को बताई. सीता परतेति स्कूल की संचालिका हैं, उन्होंने इन युवतियों से भर्ती प्रक्रिया की जानकारी ली तो उन्हे ये मामला संदिग्ध लगा. उन्होंने युवतियों के साथ कोतवाली थाने पहुंच कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. कोतवाली पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और जिस नंबर से युवतियों की इस कथित आईपीएस अधिकारी से चर्चा चल रही थी, उस नंबर के आधार पर मोहगांव जनपद के सिलघिटी ग्राम से आपने आप को आईपीएस अधिकारी मनीष परते बता रहे आरोपी आनंद धुर्वे को गिरफ्तार किया. आरोपी युवक आनंद धुर्वे के संबंध में बताया गया है कि वह दसवीं फेल है और काम के लिए हैदराबाद, लखनऊ, नागपुर सहित अन्य शहरों में रह चुका है. उसके पास 40-45 युवतियों के नंबर थे और वह अभी 20-22 लड़कियों के संपर्क में था. गजेंद्र सिंह कवर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया मामले की गहराई से जांच की जा रही है.