मंडला। कांग्रेस विधायक अशोक मास्कोले ने महाकाल लोक में घोटाले का आरोप लगाते हुए शिवराज सरकार का सबसे बड़ा पाप बताया. कांग्रेस नेता ने कहा कि बिना जांच किए ही घोटालेबाजों को क्लीनचिट देकर शिवराज सरकार ने खुद को घोटाले का सूत्रधार साबित किया है. महाकाल लोक का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था, लेकिन घोटाले पर उनकी चुप्पी उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े करती है. महाकाल लोक में हुे घोटाले की उच्च स्तरीय जांच हाईकोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाय.
पापियों का भंडाफोड़: कांग्रेस जिला अध्यक्ष ऐडवोकेट राकेश तिवारी ने कहा कि जब पापियों के पाप का घड़ा भर जाता है, तो भगवान स्वयं माया रचकर पाप का भंडाफोड़ कर देते हैं. बीते रविवार उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में भी ऐसा हुआ प्रतीत होता है. उस दिन 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली जिसे विज्ञान की भाषा में तेज आंधी या तूफान नहीं माना जा सकता, फिर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटन किये गये महाकाल लोक की भ्रष्टाचार से बनायी गई मूर्तियां गिर गयी. श्रद्धालु जानते हैं कि इससे हिन्दुओं की आस्था के केंद्र भगवान महाकाल के विग्रह और मुख्य मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, महाकाल की कृपा से शिवराज मामा के भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ जरूर हो गया.
पवन पुत्र ने खोली पोल: कांग्रेस नेता ने कहा कि अक्टूबर 2022 में जब प्रधानमंत्री ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था, तो झूठ की राजनीति करने वाली भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को श्रेय देने से पूरी तरह इंकार कर दिया था लेकिन अब जब बजरंगवली के भक्त कमलनाथ की सेवा से प्रसन्न होकर पवन पुत्र हनुमान जी ने हवा चलाकर कर सारी सच्चाई उजागर कर दी. शिवराज सरकार के मंत्री भूपेन्द्र सिंह को अपने पाप छुपाने के लिए प्रेसवार्ता करके यह बताना पड़ा कि महाकाल लोक के भव्य निर्माण का संकल्प माननीय कमलनाथ का था.
कमीशनराज मामा: इसी प्रेसवार्ता में यह भी कहा कि कांग्रेस ने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है और इस बात को उन्होंने जोर देकर पत्रकारों से कहा कि आज इस पत्रकार वार्ता के माध्यम से हम महाकाल लोक घोटाले में भाजपा के कारनामों को मप्र की जनता तक लेकर आये हैं. सिलसिलेवार इन तथ्यों को जानने पर सबको पता चल जायेगा कि महाकाल की महिमा का भव्य निर्माण करने का संकल्प कमलनाथ का ही था और महाकाल लोक के नाम पर खुद का प्रचार करने और जमकर घोटाला करने का संकल्प कमीशनराज मामा का था.