मंडला। वैदिक परिवार मंडला की ओर से साल 2016 से लगातार प्रतिवर्ष विशाल होलिका दहन समारोह एवं संगीत निशा का आयोजन किया जाता है. कोरोनाकाल के 2 वर्ष को छोड़ दें तो बाकी हर सला संगीत निशा का आयोजन लगातार जारी है. वैदिक परिवार का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी को भारतीय संस्कारों से जोड़ना था. होलिका दहन को लेकर जो भ्रांतियां प्रचलित हैं, उन्हें दूर करने का लक्ष्य भी समिति ने रखा है.
धार्मिक, देशभक्ति एवं होली गीतों की प्रस्तुति: वैदिक परिवार द्वारा किए जा रहे इस होलिका दहन में लगभग 5000 उपलों का उपयोग किया जाता है. वैदिक परिवार मण्डला इस आयोजन को 8 वर्ष से करता आ रहा है, जिसमें शहरवासियों का विशेष सहयोग रहता है. इस वर्ष भी विशाल होलिका दहन समारोह अग्रसेन चौक तहसील तिराहा पर आयोजित किया गया. 5 मार्च को शाम 7 बजे होलिका की प्रतिमा स्थापित की गई. 6 मार्च को रात्रि 7:30 बजे से संगीत निशा का आयोजन किया गया. इसमें धार्मिक, देशभक्ति एवं होली गीतों ने समां बांध दिया. आयोजन के दौरान बाहर से आए हुए कलाकारों द्वारा भक्तिमय झाकियां भी प्रस्तुत की गईं. 6 मार्च को रात्रि 8:45 पर होलिका दहन किया गया.
समिति का उद्देश्य वैदिक परम्पराओं को जीवित रखना: आयोजन समिति का मुख्य उद्देश्य वैदिक परम्पराओं को जीवित रखना है. इस आयोजन में होलिका दहन पूर्णत वैदिक रीति-रिवाजों से किया जाता है. रात्रि 8:45 पर पंडित की ओर से वैदिक मन्त्र उच्चारण, पूजन प्रसाद अर्पण कर होलिका दहन कराया गया. इस दौरान नगरवासियों ने भी अपनी सहभागिता दर्ज कराई. होलिका दहन के दौरान जागरूकता सन्देश भी दिए गए. दहन में मुख्य रूप से गोबर के उपलों, कपूर, इलायची, हवन सामग्री और देसी घी का उपयोग किया गया.
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नगरवासियों ने दहन स्थल की परिक्रमाः होलिका दहन रात 8:45 से 10:30 बजे तक चला. नगरवासियों ने दहन स्थल की परिक्रमा की. समिति द्वारा नजर उतारने की सामग्री चोकर, लाल मिर्च की भी व्यवस्था की गई थी. कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका, पुलिस और यातायात विभाग का विशेष सहयोग रहा. आयोजक समिति वैदिक परिवार मंडला द्वारा आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी नगरवासियों का आभार प्रकट किया गया है.