मंडला। शहर के ग्राम गुरारखेड़ा मे 03 से 04 वर्षों से उपस्वास्थ्य केंद्र बना हुआ हैं, लेकिन कोई भी स्वास्थ्य लाभ ग्रामीणों को नहीं मिलता. स्वास्थ्य केंद्र मे ना ही डॉक्टर हैं और ना ही कंपाउंडर, जिसकी वजह से लोगों को इलाज करवाने रामनगर या मंडला ले जाना पड़ता हैं. इसी गुरारखेड़ा में उपस्वास्थ्य केंद्र के पास एक प्राथमिक स्कूल में जब कुछ बच्चे मध्यान्ह भोजन करने के बाद खेलने गए तो वे एक के बाद एक-एक बीमार होने लगे. सबसे पहले एक बच्ची बेहोश हुई, जिसके बाद धीरे-धीरे 6 से 7 बच्चे भी बीमार हो गए.
बेहोशी के साथ सीने में दर्द और गले में दर्द: स्कूल प्रबंधन के द्वारा आनन फानन में बच्चों को इलाज के लिए ले जाया गया, इस दौरान 04 बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, वहीं अन्य बच्चों को रामनगर भेजा गया. इलाज शुरू हुआ तो इन्हें सीने में दर्द और गले में दर्द जैसी शिकायतें होने लगी, जहां सभी का इलाज किया गया. मामले में अगले दिन सुबह स्वास्थय विभाग की टीम स्कूल पहुंची और बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. बच्चों के ब्लड सैंपल लिए गए.
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क्या मध्यान्ह भोजन में कोई गड़बड़ी? फिलहाल सवाल ये है कि इन बच्चों के बीमार होने का कारण कहीं मध्यान्ह भोजन मे कोई गड़बड़ी तो नहीं? हालांकि डॉक्टर का कहना हैं कि "बच्चे भोजन करने के बाद, खेलते वक्त बीमार हुए थे. गर्मी के कारण बच्चों को इस तरह की शिकायत हुई हैं, हमारे द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण परीक्षण किया जा रहा है."