मंडला। जिले के निवास में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है. नगर परिषद सीएमओ विकेश कुम्हरे और एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को 50,000 की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल नगर परिषद सीएमओ विकेश कुम्हरे ने बोर करने वाली कंपनी के ठेकेदार जगमोहन सिंह से रिश्वत की मांग की थी. विकेश कुम्हरे ने पैसे लेने के लिए एक कर्मचारी संदीप दुबे को भेजा था, इसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. वहीं इस पूरे मामले में महिला इंजीनियर गायब हो गई है.
बोरबेल खोदने वाली कंपनी से मांगी रिश्वत: जानकारी के अनुसार, बोरवेल करने वाली कंपनी के प्रमुख जगमोहन बताया कि ''नगर परिषद में उन्होंने तीन बोरवेल की खुदाई की थी. जिसके लिए 1,97000 भुगतान होना था. नगर नगर परिषद के सीएमओ लगातार 1 साल से परेशान कर रहे थे उनके द्वारा 1 लाख की राशि मांगी जा रही थी. बाद में 50000 में समझौता हुआ था. नगर परिषद सीएमओ ने लिपिक के हाथ में राशि देने की बात कही थी''. डीएसपी दिलीप झरबडे ने बताया कि ''बोरबेल खोदने वाली कंपनी से बिल लेने के बदले पैसे मांगे थे''.
बहन ने प्रेमी के साथ मिलकर छोटी बहन की ली जान: नरसिंहपुर जिला मुख्यालय के साईंखेड़ा थाना में बहन ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर छोटी बहन की हत्या कर दी. जानकारी के अनुसार, इलाके में रहने वाली खुशबू की सोशल मीडिया पर राहुल से दोस्ती हो गई थी. धीरे-धीरे दोस्ती प्रेम प्रसंग में बदल गई. परिवार के लोगों ने दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर लिया, लेकिन छोटी बहन शिखा लगातार विरोध करती रही. जिसके कारण खुशबू ने अपने प्रेमी को सारसरत साईंखेड़ा बुलाया और कहा कि मेरी बहन अपने बीच में अड़ंगा बनी हैं, जिसके कारण वह शादी नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए शिखा को रास्ते से हटा देते हैं. युवक भी उसकी बात मान गया और दोनों ने शिखा को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया है.