मंडला। वन मंडल परिक्षेत्र के ग्राम चंगरिया जुबान टोला में जंगली हाथियों द्वारा ग्रामीणों के घर में तोड़फोड़ और फसल को नुकसान पहुंचाया गया. (mandla Terror of wild elephants) हाथियों के आतंक के बीच 3 परिवार के बच्चों सहित 17 लोग कच्चे मकान में फंस गए. इन्हें वन कर्मियों द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. साथ ही आग जलाने सहित अन्य उपायों की मदद से हाथियों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर करने का प्रयास किया गया.
जुबान टोला में हाथियों का आतंक: ग्रामीणों ने बताया कि, देर रात जंगली हाथी ग्राम चंगरिया के जुबान टोला पहुंच गए. यहां द्वारका यादव, गणेश यादव एवं श्याम बाई यादव के घरों में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया. हाथियों ने घरों के दरवाजों को तोड़ने का प्रयास किया. मवेशियों की सार को तोड़ दिया. आंगन में रखी धान को खा गए. इस दौरान इन तीनों घर के 17 लोग अपने घर में फंस गए. कच्चा घर होने की वजह से इन ग्रामीणों पर गंभीर खतरे को देखते हुए वनविभाग की टीम द्वारा देर रात सभी को सकुशल निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. ग्रामीणों द्वारा 2 मवेशियों के घायल होने की बात भी कही गई है.
महिलाओं-बच्चों का रेस्क्यू: वन परिक्षेत्र अधिकारी लतिका तिवारी उपाध्याय ने बताया कि, जगमण्डल परिक्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी के चलते वन विभाग का अमला रातभर मुस्तेद रहा. चंगरिया के जुबान टोला से 3 माह का बालक, छोटे बच्चे और महिलाओं सहित 17 लोगों को वनविभाग द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. हाथियों से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. ग्रामीणों को मुआवजा दिलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि, वर्तमान में हाथियों का दल हाइवे पार कर रतनपुर क्षेत्र की ओर पहुंच गया है. वन विभाग की टीम इनके मूवमेंट पर सतत नजर बनाए हुए है. हाथियों की सुरक्षा के साथ जनमानस की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है.