मण्डला| जिले के जनार्दन साहू पेशे से शिक्षक हैं. तथ्यों के आधार पर छात्रों का राह प्रशस्त करना इनका धर्म भी है और कर्म भी. इन दिनों अपनी चुम्बकीय शक्ति (magnetic power) के कारण चर्चा में हैं. इन्हें लोग जिले के मैग्नेट मैन (Magnet Man) के नाम से पहचानने लगे हैं. लेकिन इनके तर्क को लेकर विशेषज्ञों ने त्योरियां भी चढ़ा लीं हैं.
दरअसल, साहू का दावा है कि कोरोना वैक्सिन लगवाने के बाद इनमें चुंबकीय शक्ति का संचार हुआ है. घर के बर्तन शरीर में चिपकने लगे हैं. और ऐसा कोरोना वैक्सीन लगाने के करीब ढाई महीने बाद हुआ है.
वायरल वीडियो देख किया खुद पर प्रयोग
मैग्नेट मैन का कहना है कि उन्होंने एक वायरल वीडियो देखा था जिसमें दिल्ली के एक शख्स से चीजें चिपक रहीं थी. उस वीडियो में बताया गया था कि कैसे कोरोना वैक्सीन लगाने के दो महीने बाद वो शख्स मैग्नेट मैन बन गया. इस वीडियो से प्रभावित हो जर्नादन साहू ने खुद पर यह प्रयोग किया तो उनके शरीर पर भी चीजें चिपकने लगीं. जिनमें स्टील के छोटे बर्तन, चाकू, छुरी और कैंची शामिल हैं.
अब उज्जैन में MAGNET MAN! कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर पर चिपक रहे चम्मच और चाबी
मैग्नेट मैन होने का दावा,विशेषज्ञों ने सिरे से किया खारिज
जनार्दन साहू का कहना है कि उनके साथ ऐसा पहली बार हो रहा है वो भी वैक्सीन लगाने के बाद. ऐसे में सबसे अहम सवाल उठता है कि जब जनार्दन के शरीर मे चुंबकीय शक्तियाँ आ गईं हैं. तो वह किसी भी लोहे से बने चीजों कि तरफ खिंचाव महसूस क्यों नहीं करते? विशेषज्ञ भी इस थ्योरी से इत्तेफाक रखते हैं और साहू के तर्क को खारिज करते हैं.
विशेषज्ञों की राय है कि किसी भी तरह के वैक्सीनेशन के बाद कभी ऐसे परिणाम सामने नहीं आ सकते. यदि किसी में ऐसे लक्षण आ जाएं तो वह जीव विज्ञान के साथ ही रसायन और भौतिकी के लिए भी शोध का विषय हो सकता है. जिले के चिकित्सक डॉ अविनाश तिवारी का कहना है कि ऐसे दावों के लिए शोध की जानी चाहिए और झूठे, भ्रामक प्रचार करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम फैलाने वालों पर लगाम लगाई जा सके.