मंडला। जिले के बीजाडांडी ब्लॉक मुख्यालय में कोरोना से बचाव की दवा बेचने और एलोपैथिक दवाओं से इलाज करने की वजह से स्थानीय प्रशासन ने सुलखिया दवाखाने को सील कर दिया था. लेकिन कुछ दिन बाद पीडी गुप्ता नामक अधिकारी ने दो बार जांच करके दवाखाने को खुलवा दिया था. सोमवार को एमपी हेल्थ कमिश्नर के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर मनीषा धुर्वे ने दवाखाने को ग्रामीणों की उपस्तिथि में सील कर दिया.
ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया में सुलखिया क्लीनिक की जांच के लिए बीजाडांडी आई हुई थी. मैंने करीब 10:30 बजे सुलखिया दवाखाने के संचालक को फोन किया, लेकिन उन्होंने बताया मेरी तबीयत खराब हैं और आज नहीं आ सकता. तो हमने जनहित और शिकायतों के आधार पर दवाखाने को सील कर दिया है.
अब जब भी वो दवाखाना खोलेंगे तो मुझे सूचना देगें और मैं आ जाऊंगी. जिसके बाद जांच की जाएंगी और जो कुछ अंदर से प्राप्त होगा, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.