मंडला। केंद्र और राज्य सरकार भले ही स्वच्छता को लेकर कितने भी अभियान चला रही हो, लेकिन स्थानीय प्रशासन इसके लिए गंभीर नजर नहीं आ रहा है. मचलेश्वर मेले के नाम से प्रदेशभर में मशहूर हिरदेनगर में पशु मेले के खत्म होने के बाद यहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
आलम ये है कि गंदगी से फैल रही बदबू पूरे हिरदेनगर के निवासियों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है, लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. मेला स्थल पर पशुओं के मल-मूत्र, मरे हुए पशुओं की हड्डियां, सड़े हुए संतरों का ढेर लगा हुआ है.
गंदगी का अंबार स्वच्छता अभियान पर सवालिया निशान खड़ा करने के लिए काफी है. हैरानी की बात ये है कि मेले को खत्म हुए एक सप्ताह बीत चुका है, बावजूद इसके बदबूदार गंदगी का अंबार न तो मेला आयोजन समिति को नजर आ रहा है और न ही नगरपालिका परिषद को नजर आ रहा है.
जिनके नाम पर मचलेश्वर मेला पड़ा, उनके पोते प्रफुल्ल मिश्रा का कहना है कि इस गंदगी पर मेला आयोजन समिति और नगरपालिका परिषद का रवैया घोर लापरवाही भरा है. बता दें कि इनकी 75 प्रतिशत जमीन पर 15 दिनों के लिए निःशुल्क इस मेले का आयोजन होता है. उन्होंने कहा कि मेला आयोजन समिति और नगर परिषद को इस ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि स्थानीय लोगों को दिक्कत न हो.