मंडला। केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मोदी सरकार में मंत्री पद पर हैं, लेकिन उनके ही विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा लेने के लिए बच्चों को किन हालातों का सामना करना पड़ता है, इसकी उन्हें भनक तक नहीं है. जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर के बच्चे जिन हालातों का सामना कर रहे हैं, उन्हे देखकर देश की शिक्षा-व्यवस्था का अंदाजा लगा सकता है.
मण्डला से करीब 10 किलोमीटर दूर हिरदेनगर के माध्यमिक और हाई स्कूल में तलैया टोला, देवगांव के करीब आधा सैकड़ा छात्र-छात्राएं रोज बहती नदी पार कर पढ़ाई करने आते हैं. बंजर नदी पर बनने वाले कच्चे पुल के चलते पानी बढ़ जाने से ये बीते एक सप्ताह से विद्यालय तक नहीं जा पाए और अब मजबूरी में इन्हें कमर तक पानी को पार कर स्कूल जाना पड़ रहा है. सुबह ठंड में भीगे कपड़ों में पढ़ाई करने से उनकी तबियत भी खराब हो सकती है, लेकिन प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है.
बच्चों ने विरोध में नदी के किनारे ही पढ़ाई शुरू कर दी थी, तब जनपद पंचायत के सीईओ यहां आकर बच्चों से नाव की व्यवस्था का वादा कर गए थे, लेकिन अब तक यहां नाव की व्यवस्था नहीं की गई. बच्चों ने पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए नदी पार कर स्कूल जाने का फैसला किया, लेकिन इसमें कई खतरे हैं और प्रशासन इससे अनजान है.