मंडला। बालाघाट और मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क के वन क्षेत्र में नक्सलियों की आवाजाही देखी गई थी. नए साल में पर्यटकों की तादाद बढ़ने और उनकी सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद नजर आ रही है. पुलिस अधीक्षक यशपाल राजपूत का कहना है कि पुलिस इन इलाकों में खास नजर रखे हुए है. पुलिस बल और एसएफ का बल लगातार कान्हा क्षेत्र में भ्रमण के साथ ही सर्चिंग अभियान चला रहा है.
कोरोना काल में पिछले साल अक्टूबर,नवंबर और दिसंबर माह की तुलना मे इस वर्ष पर्यटकों की ज्यादा आवाजाही कान्हा नेशनल पार्क में देखी जा रही है. नक्सली मूवमेंट को लेकर एसपी यशपाल राजपूत का कहना है कि बालाघाट और मंडला पर्यटकों की बढ़ रही संख्या और उनकी सुरक्षा के मद्देनजर सीआरपीएफ की टीम भी तैनात किये जाने पर विचार चल रहा है. जिससे कि पर्यटक निश्चिन्त होकर प्रकृति के साथ ही बाघ का दीदार कर सकें, वहीं हॉक फोर्स के जवान भी पर्यटकों की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे.
सरकार की तैयारी
मध्यप्रदेश में नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी में है. बालाघाट में बढ़ते नक्सली मूवमेंट को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश के DGP विवेक जौहरी के दौरे के बाद नक्सलियों के खत्मे के लिए बड़ी कार्रवाई की जा रही है. बालाघाट और मंडला जिले में कान्हा टाइगर रिजर्व जंगल से होते हुए छत्तीसगढ़ से आकर नक्सली लगातार अपनी तादात बढ़ा रहे हैं. इन इलाकों में नक्सली जंगल के रास्ते गांव में पहुंच रहे हैं और पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही गांव वालों को भी खासा परेशान कर रहे हैं. लेकिन अब बालाघाट और मंडला से नक्सलियों को खदेड़ने के लिए सीआरपीएफ की बटालियन तैनात करने की तैयारी की जा चुकी है.
सीआरपीएफ की बटालियन होगी बालाघाट में तैनात
बटालियन में तीन कंपनियां होगी जिनमें करीब 15 सौ जवान शामिल होंगे. सीआरपीएफ की बटालियन बालाघाट और मंडला के जंगलों से नक्सलियों को खदेड़ने का काम करेगी. इन दिनों नक्सली छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से कान्हा टाइगर रिजर्व के जंगलों से होते हुए यहां तादाद बढ़ा रहे हैं. सीआरपीएफ, जिला पुलिस बल और होकफोर्स के साथ मिलकर यहां ऑपरेशन चलाएगी. सीआरपीएफ का काम होगा कि जंगलों में आगे बढ़कर सर्चिंग करें और नक्सलियों को खदेड़कर पूरा इलाका साफ करें. सीआरपीएफ रास्ता साफ कर जिला पुलिस बल और होकफोर्स को सौंपने का काम करेगा.