ETV Bharat / state

शहरवासियों को मिली बेहतरीन पार्क की सौगात, जानें क्या है खास

मण्डला में नर्मदा किनारे एक पार्क का निर्माण हुआ है, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्गों के लिए कई सुविधाएं हैं. खास बात ये है कि इस पार्क से संबंधित मुद्दों को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया है.

author img

By

Published : Jun 15, 2019, 8:04 AM IST

नेहरु पार्क

मण्डला। शहरवासियों को जल्द ही एक बेहतरीन पार्क की सौगात मिलने वाली है, जिसमें हर आयु वर्ग के लिए कुछ खास होगा. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पार्क से संबंधित खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 45 दिन में पार्क बनाने का वादा किया था और उसे पूरा भी किया. मण्डला का नेहरू पार्क कभी मण्डला की शान हुआ करता था. यहां की हरियाली और नर्मदा का तट हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करता था, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की भेंट यह पार्क ऐसा चढ़ा कि यहां झाड़ियों और गंदगी के साथ ही अव्यवस्थाओं का आलम पसर गया.

नेहरू पार्क

जिले के मुखिया जगदीश चंद्र जाटिया और नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेश बाघमारे ने इस मुद्दे को गम्भीरता से लेते हुए 45 दिन में मण्डला के रहवासियों को ऐसा पार्क देने का वादा किया, जो हर आयु वर्ग की जरूरतों को पूरा करे. नगर पालिका परिषद मण्डला ने अपने खर्चे पर और अपने ही कर्मचारियों और लेबर की मदद से तय सीमा में इस पार्क को लगभग तैयार कर लिया है.

  • शहरवासियों को मिली बेहतरीन पार्क की सौगात
  • पार्क में हर वर्ग की आयु के लिए है कुछ खास
  • नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 45 दिन में पार्क बनाने का किया था वादा
  • उत्तरप्रदेश से मजदूरों को बुलाकर बुजुर्गों के लिए बनाई गई एक्यूप्रेशर वाली टाइल्स
  • बेंच, घाट और हरी घास पर बैठकर ले सकते हैं नर्मदा नदी के मनोहारी दृश्य का आनंद

मण्डला। शहरवासियों को जल्द ही एक बेहतरीन पार्क की सौगात मिलने वाली है, जिसमें हर आयु वर्ग के लिए कुछ खास होगा. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पार्क से संबंधित खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 45 दिन में पार्क बनाने का वादा किया था और उसे पूरा भी किया. मण्डला का नेहरू पार्क कभी मण्डला की शान हुआ करता था. यहां की हरियाली और नर्मदा का तट हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करता था, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की भेंट यह पार्क ऐसा चढ़ा कि यहां झाड़ियों और गंदगी के साथ ही अव्यवस्थाओं का आलम पसर गया.

नेहरू पार्क

जिले के मुखिया जगदीश चंद्र जाटिया और नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेश बाघमारे ने इस मुद्दे को गम्भीरता से लेते हुए 45 दिन में मण्डला के रहवासियों को ऐसा पार्क देने का वादा किया, जो हर आयु वर्ग की जरूरतों को पूरा करे. नगर पालिका परिषद मण्डला ने अपने खर्चे पर और अपने ही कर्मचारियों और लेबर की मदद से तय सीमा में इस पार्क को लगभग तैयार कर लिया है.

  • शहरवासियों को मिली बेहतरीन पार्क की सौगात
  • पार्क में हर वर्ग की आयु के लिए है कुछ खास
  • नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 45 दिन में पार्क बनाने का किया था वादा
  • उत्तरप्रदेश से मजदूरों को बुलाकर बुजुर्गों के लिए बनाई गई एक्यूप्रेशर वाली टाइल्स
  • बेंच, घाट और हरी घास पर बैठकर ले सकते हैं नर्मदा नदी के मनोहारी दृश्य का आनंद
Intro:मण्डला की जनता को जल्द ही एक बेहतरीन पार्क की सौगात मिलने वाली है जिसमे हर आयु वर्ग के लिए कुछ खाश होगा महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पार्क के लिए ईटीवी भारत ने अभियान चलाया था जिसके बाद नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 45 दिन में पार्क बनाने का वादा किया था जिसे उन्होंने पूरा भी किया


Body:मण्डला का नेहरू पार्क कभी मण्डला की शान हुआ करता था,यहाँ की हरियाली और नर्मदा जी का तट हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करता था लेकिन स्थानीय प्रशासन की भेंट यह पार्क ऐसा चढ़ा की यहाँ झाड़ियों और गंदगी के साथ ही अव्यवस्थाओं का आलम पसर गया और लगभग एक दशक तक शहर के निवासी एक अदद पार्क को तरसते रहे लेकिन नगर में एक पार्क की जरूरत का मुद्दा ईटीवी भारत लगातार उठाया और जिले के मुखिया जगदीश चंद्र जाटिया और नगर पालिका के मुख्यकार्यपालन अधिकारी दिनेश बाघमारे ने इस मुद्दे को गम्भीरता से लेते हुए ईटीवी भारत से चुनावी अचार संहिता के समय को छोड़ कर 45 दिन में मण्डला के रहवासियों को ऐसा पार्क देने का वादा किया जो हर आयु वर्ग की जरूरतों को पूरा करे,नगर पालिका परिषद मण्डला ने अपने खर्चे पर और अपने ही कर्मचारियों और लेबर की मदद से तय सीमा में इस पार्क को लगभग तैयार कर लिया है,जिसमें बुजुर्गों के लिए एक्यूप्रेशर वाली टाइल्स उत्तरप्रदेश के मिस्त्रियों को बुला कर बना कर लगवाई गयीं है,वहीँ दिव्यांग जनों के लिए पूरे पार्क में रेम्प की सुविधाएं भी दी गयी है,इस पार्क में बच्चों के लिए झूले और फिसलपट्टी के साथ ही नेचुरल लगने वाला एक टापू भी बनाया जा रहा है वहीं,बैंच,घाट और हरी घांस पर बैठ कर नर्मदा नदी के मनोहारी दृश्य भी देखे जा सकेंगे,बरसात की शुरुआत में ही यहाँ फूल फुलवारी और दीवारों पर चित्रकारी का लुत्फ भी घूमने फिरने वाले उठा सकेंगे साथ ही फ़व्वारे और वाटर फॉल भी पार्क की सुंदरता में और इजाफा कर सकें इसके इंतजाम भी किये गए हैं


Conclusion:यदि कुछ करने की ईक्षा शक्ति हो तो इसकी राह भी निकल आती है वरना दशकों से उदाशीनता का दंश झेल रहे इस पार्क पर किसी की नज़र ही नहीं थी,लेकिन जब उच्च अधिकारियों ने चाहा तो बिना ठेकेदार अपने ही कर्मचारियों की मदद से नेहरू पार्क को खुद ही संवार दिया,यहाँ जिन चीजों का उपयोग रेलिंग के लिए किया गया है वे भी पुरानी लाइन के पाइप हैं जो या तो कबाड़ हो जाते या नीलाम,इस लिहाज से नगर पालिका प्रशासन के द्वारा जनता को दी जा रही यह सौगात निश्चित ही सराहनीय है

बाईट-- दिनेश बाघमारे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी नगर पालिका परिषद मण्डला
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.