मण्डला| बीजेपी हो या कांग्रेस, 5 बार के सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते हों या फिर पूर्व सांसद बसोरी सिंह मसराम हर किसी ने मवई ब्लॉक की देवरी दादर पंचायत की सबसे बड़ी समस्या को चुनावी मुद्दा बनाया चुनाव जीते, लेकिन किसी ने भी 35 गांवों की पुल की समस्या का समाधान नहीं किया. एक बार फिर यह चुनावीं मुद्दा है, लेकिन इस बार जनता आर-पार के मूड में है. गांव वालों ने साफ कह दिया है कि पुल नहीं बना तो चुनाव में वोट नहीं देंगे.
दो गांव जिनकी बीच की दूरी महज 5 सौ मीटर है, लेकिन बीच में नदी होने के कारण इन लोगों को करीब 60 किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ता है. गांव के लोग अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधियों तक से अनेकों बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी. अब ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय के अधिकारियों से दो टूक बात की है. अगर बुढ़नेर नदी में पुल का स्थाई समाधान नहीं निकाला तो इस लोकसभा चुनाव के दौरान एक दर्जन पंचायत के लगभग 35 गांव के मतदाता चुनावों का बहिष्कार करेंगे.
100 किलोमीटर का सफर तय कर मण्डला पहुंचे ग्रामीणों के अनुसार बरसात के मौसम में उनकी परेशानी और बढ़ जाती है. वहीं बाढ़ में 6 से 7 लोग जो बह चुके हैं. उनके शव नहीं मिलने से परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र न मिलने के कारण अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जब इस पूरे मामले पर जिला कलेक्टर जगदीश चंद्र जटिया से बात की गईव तो उनका कहना है कि ऐसे समस्या ग्रस्त क्षेत्रों के ग्रामीणों से बात चीत की जाएगी और उनकी समस्याओं के समाधान सहित चुनावों के दौरान निर्विघ्न मतदान सम्पन्न कराने की दिशा में हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे.