खरगोन/ भोपाल/ ग्वालियर। खरगोन शहर में राम नवमी पर रविवार शाम को निकले चल समारोह पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया. इसके बाद वहां भगदड़ मच गई. इस दौरान पथराव और तेज हो गया. पुलिस की संख्या कम होने के कारण हिंसा भड़क गई. पुलिस ने काफी प्रयास किया हालात को संभालने का, लेकिन उपद्रवियों के सामने पुलिस असहाय दिखी. उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग भी किया. लेकिन हालात संभालना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया. पुलिस ने किसी प्रकार चल समारोह फिर से शुरू कराया लेकिन कुछ ही देर में हालात फिर बिगड़ गए. इसके बाद रातभर उपद्रिवयों ने शहर के कई हिस्सों में उत्पात मचाया. वहीं, इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा. दंगाइयों की पहचान कर ली गई है. सीएम ने कहा कि जितनी संपत्ति का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई दंगाइयों से की जाएगी. वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि अब तक 77 लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है.
सीएम बोले- संपत्ति के नुकसान की वसूली दंगाइयों से करेंगे : खरगोन में भड़की हिंसा पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती में दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है. खरगोन की घटना में शामिल दंगाइयों की पहचान कर ली गई है. ऐसे लोगों को सिर्फ जेल नहीं भेजा जाएगा, बल्कि जिन्होंने पत्थर चलाए हैं. संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उनको दंडित तो करेंगे ही, साथ में सार्वजनिक या निजी संपत्ति के नुकसान की वसूली भी दंगाइयों से करेंगे. मध्यप्रदेश में हमने लोक एवं निजी संपत्ति नुकसान की वसूली का अधिनियम पास किया है. क्लेम टिब्यूनल का गठन हम कर रहे हैं. नुकसान का आकलन कर वसूली भी करेंगे और कठोरतम दंड देंगे.
गृह मंत्री बोले- जिस घर से पत्थर चले, उन घरों को पत्थरों का ढेर बना देंगे : गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सख्त लहजे में कहा कि जिस किसी ने भी पत्थर फेंककर प्रदेश की शांति भंग करने का प्रयास किया है, वे तैयार रहें. अब उनके घरों को पत्थर का ढेर बना दिया जाएगा. गृह मंत्री ने कहा कि खरगोन की घटना में अब तक 77 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अभी और लोगो की गिरफ्तारी होगी. खरगोन में अब शांति है. दोषियों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने का अभियान शुरू किया गया है. एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. गृह मंत्री ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद हार नहीं पचाने वाले इस तरह माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. टुकड़े-टुकड़े गैंग की स्लीपर सेल यह सब साजिश कर रहे हैं. मध्यप्रदेश शांति का टापू है और उसकी शांति भंग करने की इज़ाजत किसी को नहीं दी जाएगी.
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दिग्विजय सिंह बोले- मामले की गंभीरता से हो जांच : वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने खरगोन हिंसा पर कहा है कि इस पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए. वहां पुलिस प्रबंध नहीं था और पुलिस की तरफ से कोई तैयारियां ना होने के कारण यह घटना घटी है. ये पूरी जवाबदारी पुलिस और स्थानीय प्रशासन की है. इसके साथ ने कहा कि मैं शांति की अपील करता हूं. ऐसी घटना की हर किसी को निंदा करनी चाहिए. इसके साथ ही दोषी लोगों के साथ सख्ती से निपटना चाहिए.
कांग्रेस ने बनाई 5 सदस्य समिति
खरगोन हिंसा मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर पांच लोगों की समिति गठित की है.समिति मौक़े पर जाकर जाँच कर रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी. समिति में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, मुकेश नायक, गजेंद्र सिंह राजू खेड़ी और शेख अलीम को शामिल किया गया है. समिति के सदस्य खरगोन जाकर वस्तुस्थिति का जायजा ले लेंगे और फिर अपनी रिपोर्ट पीसीसी चीफ कमलनाथ को सौंपेंगे. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री केके मिश्रा का कहना है कि दंगाई केवल इंसानियत के दुश्मन हैं. इसमें कौन लोग शामिल हैं, यह खोज का विषय है. मिश्रा ने बताया कि उन्होंने एक अधिकारी से बात की थी, जिससे पता चला कि पुलिस अधिकारियों ने जुलूस को संकरी गली में जाने से रोका था, लेकिन इसके बाद भी वहां से जुलूस निकाला और वर्ग विशेष के खिलाफ नारेबाजी भी की गई, जिसके चलते ऐसे हालात बने. मिश्रा का कहना है कि चुनाव के समय पोलराइजेशन का काम शुरू हो जाता है.