खरगोन। देश में मौजूद कई ऐसे पौधे है, जिनमें कोरोना जैसी महामारी से लड़ने की शक्ति मौजूद है. लेकिन आधुनिक चकाचौंध में हम भारतीय आयुर्वेद को भूलते जा रहे है. खरगोन के एक युवा रविंद्र चावला ने आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की मदद से इनहेलर बनाने का दावा किया है. रविंद्र का दावा है कि ये इनहेलर 60 प्रतिशत तक फेफडों को ठीक कर सकता है.
- कोरोना को खत्म करने का दावा
रविंद्र ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि हमारे यहां तुलसी को बहुमूल्य गुणों के कारण पूजा जाता है. इस इनहेलर में 5 तरह की तुलसी और अन्य जड़ी-बूटियों का प्रयोग कर एक इनहेलर बनाया गया है. जो भाप की मशीन से नाक, स्वांस नली और फेफड़ों पर प्रभावकारी असर करते हुए कोरोना वायरस को पूर्णतः खत्म कर देता है.
कोरोना की दवा बनाने का दावा करने वाले डॉक्टर ने ETV BHARAT से की बात
- कोरोना के इलाज के लिए 100 प्रतिशत कारगर
युवा रविंद्र ने बताया कि इस औषधि का प्रयोग कुछ कोरोना संक्रमित लोगों पर किया है. जिसमें शत-प्रतिशत लोगों पर अच्छा प्रभाव दिखा है. कुछ लोगों पर प्रयोग करने के बाद रविंद्र ने आयुष मंत्रालय को परमिशन के लिए अनुमति मांगी है. रविंद्र का मानना है कि यदि आयुष मंत्रालय इसको इजाजत दे देता है, तो भारत के लिए ये काफी लाभकारी होगी.