खरगोन। पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने से आम आदमी के जीवन व्यापन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ने से महंगाई बढ़ रही है. पिछले 1 सप्ताह से प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से आम जनता परेशान है. वहीं रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 50 रुपए के करीब बढ़ गई है. इससे मध्यम परिवारों की भी परेशानियां बढ़ गई है. आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ने से घर की रसोई का बजट बिगड़ने लगा है. महंगाई आसमान छूने लगी, क्योंकि पेट्रोल और डीजल की रोज बढ़ती कीमतों से रोजमर्रा जरूरत के सामान कीमतों में उछाल आया है.
मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेंट करने वाली स्मृति पर उठाए सवाल
गृहणी नीमा गौर ने स्मृति ईरानी पर सवाल करते हुए कहा कि पहले कांग्रेस के शासन में पेट्रोल डीजल और गैस सिलेंडरों के बढ़ते दामों को लेकर स्मृति ईरानी ने आंदोलन के तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेंट की थी और अब उन्हें महंगाई नजर नही आ रही है. महंगाई से रसोई का प्रबंधन बिगड़ता जा रहा है. रसोई में दाल और अन्य सामान के भाव बढ़ने से आर्थिक स्तिथि खराब हो रही है. वहीं घर चलाने में भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नीमा गौर ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने से दाल चावलों के भावों में उछाल आ रहा है, पहले दाले 60 से 70 रुपए किलो थी. अब वहीं दाले 120 से 130 रुपए किलो हो गई है.
महंगाई के खिलाफ कांग्रेसियों ने फूंका पीएम का पुतला
गरीबों और मध्यमवर्गीय की थाली खाली
नीमा गौर कहना है कि एनडीए की सरकार में गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों की पहले ही कोरोना ने कमर तोड़ दी है, वही अब महंगाई भी गरीबों की थाली से रोटी छीनने का काम कर रही है. वहीं मुकेश ठक्कर ने कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से मंहगाई की समस्या से आम लोगों को निजात दिलाई जाए. वहीं आम लोगों बढ़ती हुई महंगाई को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं उनका साफ तौर से कहना है कि इस महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है रसोई गैस की बढ़ती कीमत में घर की चिंताएं बढ़ा दी है.