खरगोन। निमाड़ अंचल के खरगोन जिले में मंगलवार सुबह से निसर्ग तूफान के दबाव के चलते जिले में बुधवार तक बारिश होती रही. दोपहर 12 बजे बारिश रूकते ही किसान कपास के बीज के लिए दुकानों पर लाइन लगाने लगे.
इस दौरान जिन नियमों के तहत दुकानदारों को दुकानें खोलने की अनुमति दी गई, उसकी धज्जियां उड़ती नजर आई. खरगोन की निजामुद्दीन एंड कंपनी राधा कृषि केंद्र, श्रीनाथ कृषि, बिस्टान रोड स्थित भंडारी कृषि सेवा केंद्र सहित पूरे बाजार में दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर धज्जियां उड़ाते नजर आए.
बारिश आते ही आशियाने की याद आई
बीते 24 घंटे रिमझिम बारिश के रूकते ही ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों को अपने घरों कि छतों की मरम्मत करने की याद आ गई, जिससे अपनी और अपने मवेशियों के लिए छतों को रिपेयर करने के लिए प्लास्टिक खरीदने निकले हैं. यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर सिर्फ धज्जियां ही उड़ाई जा रही हैं.
लॉकडाउन में रियायत के बाद बाजार में जिस तरह लोगों ने सोशल डिसटेंसिंग की धज्जियां उड़ाई हैं उससे जाहिर है कि कोरोना संक्रमण के मामले तो बढ़ेंगे ही.