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नवग्रह मेला का सांसद और विधायक ने किया भूमिपूजन - भूमिपूजन

प्रदेश सरकार के आदेश के बाद नवग्रह मेला 15 फरवरी से 15 मार्च तक लगाया जाएगा. जिसका भूमिपूजन आज सांसद और विधायक ने किया.

Bhumipujan of Navagraha fair took place
नवग्रह मेला का भूमिपूजन हुआ
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Published : Feb 7, 2021, 1:26 AM IST

खरगोन। मध्यप्रदेश में लगने वाले मेलों में दूसरे सबसे बड़े मेले में शुमार खरगोन का नवग्रह मेला कोरोना के कारण असमंजस में था. लेकिन मध्य प्रदेश सरकार के आदेश के बाद आज नवग्रह मेले का भूमि पूजन खरगोन सांसद गजेंद्र पटेल और विधायक रवि जोशी ने किया.

नवग्रह मेला का भूमिपूजन हुआ

पशु मेले के नाम से देश में जाना जाता है नवग्रह मेला

प्रदेश में लगने वाले मेलों का अपना अलग-अलग महत्व होता है. लेकिन खरगोन में लगने वाले नवग्रह मेला पशु मेले के नाम से पूरे देश में प्रसिद्ध है. खरगोन में लगने वाला नवग्रह मेला निमाड़ी नस्ल के पशुओं के लिए देश भर में जाना जाता है. इस मेले में मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के लोग बड़ी संख्या में आकर निमाड़ी नस्ल के पशुओं की खरीदी करते हैं.

कोरोना के कारण असमंजस में था मेला

कोरोना के कारण नवग्रह मेले को लगाने में कोविड-19 की नियमावली के कारणों को लेकर असमंजस था. परंतु हाल ही में आए आदेशों के तहत नवग्रह मेले का रास्ता साफ हो गया. नवग्रह मेला 1 जनवरी से 1 फरवरी तक लगता रहा है. परंतु कोरोना काल के कारण नवग्रह मेला 15 फरवरी से 15 मार्च तक लगाया जा रहा है.

मेला व्यापारी संघ ने किए कई जतन

खरगोन नवग्रह मेला व्यापारी संघ ने मेला लगाने के लिए कई जतन किए, जिसमें कलेक्टर को ज्ञापन से लेकर हस्ताक्षर अभियान एवं नवग्रह मंदिर में सामूहिक आरती का आयोजन किया.

खरगोन। मध्यप्रदेश में लगने वाले मेलों में दूसरे सबसे बड़े मेले में शुमार खरगोन का नवग्रह मेला कोरोना के कारण असमंजस में था. लेकिन मध्य प्रदेश सरकार के आदेश के बाद आज नवग्रह मेले का भूमि पूजन खरगोन सांसद गजेंद्र पटेल और विधायक रवि जोशी ने किया.

नवग्रह मेला का भूमिपूजन हुआ

पशु मेले के नाम से देश में जाना जाता है नवग्रह मेला

प्रदेश में लगने वाले मेलों का अपना अलग-अलग महत्व होता है. लेकिन खरगोन में लगने वाले नवग्रह मेला पशु मेले के नाम से पूरे देश में प्रसिद्ध है. खरगोन में लगने वाला नवग्रह मेला निमाड़ी नस्ल के पशुओं के लिए देश भर में जाना जाता है. इस मेले में मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के लोग बड़ी संख्या में आकर निमाड़ी नस्ल के पशुओं की खरीदी करते हैं.

कोरोना के कारण असमंजस में था मेला

कोरोना के कारण नवग्रह मेले को लगाने में कोविड-19 की नियमावली के कारणों को लेकर असमंजस था. परंतु हाल ही में आए आदेशों के तहत नवग्रह मेले का रास्ता साफ हो गया. नवग्रह मेला 1 जनवरी से 1 फरवरी तक लगता रहा है. परंतु कोरोना काल के कारण नवग्रह मेला 15 फरवरी से 15 मार्च तक लगाया जा रहा है.

मेला व्यापारी संघ ने किए कई जतन

खरगोन नवग्रह मेला व्यापारी संघ ने मेला लगाने के लिए कई जतन किए, जिसमें कलेक्टर को ज्ञापन से लेकर हस्ताक्षर अभियान एवं नवग्रह मंदिर में सामूहिक आरती का आयोजन किया.

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