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खरगोन में व्यापारी के बेटे ने शेयर मार्केट में गवाएं लाखों, भरपाई करने दोस्त के साथ रची खुद के अपहरण की साजिश, 9 दिन तक पुलिस को करता रहा गुमराह

Khargone False Kidnapping Conspiracy: खरगोन जिले से हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक बिजनेसमैन ने खुद ही की अपहरण की साजिश रची और 9 दिन तक पुलिस को गुमराह करता रहा. जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो मामला सामने आया. आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला...

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 20, 2023, 6:31 PM IST

MP Crime News Updates
व्यापारी के बेटे का अपहरण का मामला
धर्मवीर सिंह, एसपी, खरगोन

खरगोन। जिले से हैरान करने वाली वारदात सामने आई है. यहां एक बिजनेसमैन के बेटे ने अपहरण की झूठी साजिश रची, अपने पिता से ही रुपए की मांग की. मामला सामने आने के बाद अब पूरी घटना सुर्खियों में बनी हुई है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला: घटना जिले के कसरावद की है. यहां एक बिजनेसमैन के बेटे ने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची. इसके बाद पिता से 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की. इसके साथ ही, वो लगभग 9 दिन तक पुलिस को गुमराह करता रहा. शिकायत के बाद एक्शन में आई पुलिस ने जिले के 500 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, तब जाकर पूरी वारदात का खुलास हुआ. पूरी घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

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पुलिस ने क्या बताया: खरगोन जिले के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया, 8 अक्टूबर को दिलीप दुबे नाम के शख्स ने पुलिस ने शिकायत की. उन्होंने एफआईआर दर्ज करते हुए बताया, उनके बेटे पुत्र दिव्यांश का अपहरण हो गया है. इसके अलावा किडनैपर्स ने करीबन 20 लाख रुपए की मांग की है. जिसके बाद पूरे मामले में एसपी ने टीम का गठन किया. इसके बाद 9 अक्टूबर को फिर रुपए की मांग की गई. फिर दिव्यांश ने ही पुलिस को जानकारी दी कि अपहरण करने वाले लोग उसे बड़वानी और सजवानी रोड पर छोड़ गए हैं. पूरे मामले में पुलिस को दिव्यांश गुमराह करता रहा. पुलिस किडनैपर्स की जानकारी जुटानी चाही. इसके लिए पूरे शहर के 500 सीसीटीवी खंगाले गए. आरोपियों के मोबाइल लोकेशन और नंबर की जांच की गई. लेकिन पुलिस के हाथ में कुछ नहीं लगा. पुलिस को जब दिव्यांश पर शक हुआ, तो उससे सख्ती से पूछताछ की गई. इसके बाद दिव्यांश ने खुद अपहरण की बात को कबूल कर लिया.

दिव्यांश ने पुलिस को बताया, शेयर बाजार में कर्ज हो गया था. इस वजह से अपहरण की साजिश रची गई. उसने अपने 32 साल के दोस्त रजत पवार के साथ मिलकर पूरी साजिश रची. रजत ग्राम गुरान थाना सांवेर के एमआरडी प्लाजा मांगलिया का रहने वाला है. पिताजी से 12 लाख रुपए लिए थे, जो शेयर बाजार में डूब गए थे. इस वजह से 20 लाख की फिरौती की मांग की गई.

धर्मवीर सिंह, एसपी, खरगोन

खरगोन। जिले से हैरान करने वाली वारदात सामने आई है. यहां एक बिजनेसमैन के बेटे ने अपहरण की झूठी साजिश रची, अपने पिता से ही रुपए की मांग की. मामला सामने आने के बाद अब पूरी घटना सुर्खियों में बनी हुई है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला: घटना जिले के कसरावद की है. यहां एक बिजनेसमैन के बेटे ने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची. इसके बाद पिता से 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की. इसके साथ ही, वो लगभग 9 दिन तक पुलिस को गुमराह करता रहा. शिकायत के बाद एक्शन में आई पुलिस ने जिले के 500 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, तब जाकर पूरी वारदात का खुलास हुआ. पूरी घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

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पुलिस ने क्या बताया: खरगोन जिले के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया, 8 अक्टूबर को दिलीप दुबे नाम के शख्स ने पुलिस ने शिकायत की. उन्होंने एफआईआर दर्ज करते हुए बताया, उनके बेटे पुत्र दिव्यांश का अपहरण हो गया है. इसके अलावा किडनैपर्स ने करीबन 20 लाख रुपए की मांग की है. जिसके बाद पूरे मामले में एसपी ने टीम का गठन किया. इसके बाद 9 अक्टूबर को फिर रुपए की मांग की गई. फिर दिव्यांश ने ही पुलिस को जानकारी दी कि अपहरण करने वाले लोग उसे बड़वानी और सजवानी रोड पर छोड़ गए हैं. पूरे मामले में पुलिस को दिव्यांश गुमराह करता रहा. पुलिस किडनैपर्स की जानकारी जुटानी चाही. इसके लिए पूरे शहर के 500 सीसीटीवी खंगाले गए. आरोपियों के मोबाइल लोकेशन और नंबर की जांच की गई. लेकिन पुलिस के हाथ में कुछ नहीं लगा. पुलिस को जब दिव्यांश पर शक हुआ, तो उससे सख्ती से पूछताछ की गई. इसके बाद दिव्यांश ने खुद अपहरण की बात को कबूल कर लिया.

दिव्यांश ने पुलिस को बताया, शेयर बाजार में कर्ज हो गया था. इस वजह से अपहरण की साजिश रची गई. उसने अपने 32 साल के दोस्त रजत पवार के साथ मिलकर पूरी साजिश रची. रजत ग्राम गुरान थाना सांवेर के एमआरडी प्लाजा मांगलिया का रहने वाला है. पिताजी से 12 लाख रुपए लिए थे, जो शेयर बाजार में डूब गए थे. इस वजह से 20 लाख की फिरौती की मांग की गई.

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