खरगोन। वैश्विक महामारी कोविड-19 का उद्योगों पर कितना प्रभाव पड़ेगा, इसे लेकर ईटीवी भारत ने मध्य प्रदेश टैक्सटाइल्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश अग्रवाल से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन का उद्योगों पर बुरा असर पड़ेगा. मध्य प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार ने उद्योगों को उबारने के लिए कई घोषणाएं की हैं. लेकिन उद्योगों को राहत मिलता नजर नहीं आ रही है.
कोविड-19 का उद्योगों पर किस तरह का असर पड़ रहा है, यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने मध्य प्रदेश टैक्सटाइल्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश अग्रवाल से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि, लॉकडाउन का उद्योग पर बुरा असर पड़ रहा है. मध्य प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार सरकार ने उद्योगों को उभारने के लिए कई घोषणाएं की हैं, साथ ही सरकार ने सुझाव भी मांगे हैं. उन्होने कहा कि, लॉकडाउन खुलने के बाद ही कुछ लाभ नजर आ सकता है.
कैलाश अग्रवाल का कहना है कि, लॉकडाउन खुलने के बाद बाजार में मांग बढ़ने पर उद्योगों की हालत में सुधार देखने को मिल सकती है. अगर मांग और जरूरत बढ़ी तो उद्योग धंधे कुछ हद तक रफ्तार पकड़ सकेंगे. अगर मांग नहीं आती है, तो उद्योगों की कमर भी टूट सकती है. अभी तो यही कहा जा सकता है कि, उद्योग धंधे अगले 3 माह तक तो शुरू भी नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा कि, प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार ने सुझाव मांगे हैं. उन पर अभी कोई विचार नहीं हुआ है. केंद्र सरकार ने उद्योगों को संकट से उभारने के लिए कई घोषणाएं की हैं. लेकिन अभी उसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है.