ETV Bharat / state

सैनिक का हुआ आकस्मिक निधन, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार - funeral of martyr

बड़वाह के ग्राम नाया के रहने वाले जवान राजेंद्र पटेल का ड्यूटी के दौरान आकस्मिक निधन हो गया. राजेन्द्र पटेल राजस्थान लालगढ़ चट्टान श्रीगंगानगर की 24 मैकनाईज इन्फेंट्री जयपुर मे पदस्थ थे. निधन के बाद उनका पार्थिव देह उनके घर लाया गया. नावघाट खेडी स्थित श्मशान घाट पर उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.

सैनिक को दी गई अंतिम विदाई
author img

By

Published : Oct 21, 2019, 9:47 AM IST

Updated : Oct 21, 2019, 10:05 AM IST

खरगोन। लालगढ़ चट्टान श्रीगंगानगर की 24 मैकनाईज इन्फेंट्री जयपुर में पदस्थ जवान राजेंद्र पटेल का ड्यूटी के दौरान आकस्मिक निधन हो गया. नायक राजेंद्र पटेल बड़वाह के नाया गांव के रहने वाले थे. उनके निधन की खबर से गांव में मातम छा गया.

सैनिक को दी गई अंतिम विदाई

राजेन्द्र पटेल का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से गृहग्राम लाया गया. बताया जा रहा है कि 18 अक्टूबर शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान राजेन्द्र पटेल का आकस्मिक निधन हो गया था. जवान के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए.

फूलों से सुसज्जित सेना के ट्रक में नायक राजेन्द्र पटेल के पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा गया. अंतिम यात्रा के सात किमी मार्ग पर जगह-जगह पुष्प वर्षा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. लोगों ने देशभक्ति के नारे भी लगाए. रेजिमेंट 24 मैकनाईज इन्फेंट्री के अधिकारियों और साथी सैनिकों की मौजूदगी में सैन्य सम्मान के साथ नावघाट खेडी स्थित श्मशान घाट पर नायक राजेंद्र पटेल को अंतिम विदाई दी गई.

खरगोन। लालगढ़ चट्टान श्रीगंगानगर की 24 मैकनाईज इन्फेंट्री जयपुर में पदस्थ जवान राजेंद्र पटेल का ड्यूटी के दौरान आकस्मिक निधन हो गया. नायक राजेंद्र पटेल बड़वाह के नाया गांव के रहने वाले थे. उनके निधन की खबर से गांव में मातम छा गया.

सैनिक को दी गई अंतिम विदाई

राजेन्द्र पटेल का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से गृहग्राम लाया गया. बताया जा रहा है कि 18 अक्टूबर शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान राजेन्द्र पटेल का आकस्मिक निधन हो गया था. जवान के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए.

फूलों से सुसज्जित सेना के ट्रक में नायक राजेन्द्र पटेल के पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा गया. अंतिम यात्रा के सात किमी मार्ग पर जगह-जगह पुष्प वर्षा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. लोगों ने देशभक्ति के नारे भी लगाए. रेजिमेंट 24 मैकनाईज इन्फेंट्री के अधिकारियों और साथी सैनिकों की मौजूदगी में सैन्य सम्मान के साथ नावघाट खेडी स्थित श्मशान घाट पर नायक राजेंद्र पटेल को अंतिम विदाई दी गई.

Intro:,,
खरगोन
एंकर
मध्यप्रदेश के बडवाह से 7 किमी दूर स्थित ग्राम नाया सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को उस समय माहौल गमगीन हो गया जब वीर सपूत सैनिक 31 वर्षीय नायक राजेन्द्र पटेल का शव सेना के वाहन से घर लाया गया।

Body:यह लोगों की भीड किसी राजनैतिक जलसे में जाने के लिए नही निकली बल्कि देश की सेवा में अपने प्राण न्योछावर करने का जज्बा लिए सेना में शामिल हुए बड़वाह के राजेन्द्र पटेल के अंतिम सफर के लिए लोगो का जन समूह निकला है।
नायक राजेन्द्र पटेल राजस्थान लालगढ़ चट्टान श्रीगंगानगर की 24 मैकनाईज इन्फेंट्री जयपुर मे पदस्थ थे। 18 अक्टूबर शुक्रवार को डियूटी के दौरान राजेन्द्र पटेल का आकस्मिक निधन हो गया था।

रविवार सुबह सेना के वाहन से जैसे ही वीर सैनिक के शव को घर लाया गया
हजारो लोगो का हुजूम
वीर सैनिक के अंतिम दर्शन व श्रद्धांजली देने के लिये उमड़ पड़ा।

यह दृश्य देख कृषक पिता रामेश्वर की आँखे नम हो गई। तो वही पत्नी सीमा भी आंसुओ से कमजोर पड़ने के बजाय पति की देशभक्ति पर गर्वित नजर आई।

शरीर पर लिपटा तिरंगा
फूलो से सुसज्जित सेना के ट्रक में नायक राजेन्द्र पटेल के पार्थिव देह को ग्राम नाया से बडवाह के नावघाट खेड़ी मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार के लिये लाया गया।

वीर सैनिक की शवयात्रा मे
पूरा 7 किमी मार्ग राजेन्द्र पटेल अमर रहे,भारत माता की जय,वन्देमातरम की गूंज से गुंजायमान हो गया

अंतिम यात्रा का मार्ग पर जगह जगह पुष्प वर्षा भी की गई। मिलट्री ट्रक के पीछे करीब सैकड़ो दो पहिया वाहन चालक राजेन्द्र के सम्मान में नारे लगाते हुए चल रहे थे।

पार्थिव शरीर नावघाट खेडी स्थित शमशान घाट पर
राजेन्द्र पटेल की रेजिमेंट 24 मैकनाईज इन्फेंट्री के
अधिकारियो की उपस्थिति में साथी सैनिको द्वारा सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। पिता रामेश्वर के साथ चार वर्षीय पुत्र दृश्य ने पिता को मुखाग्नि दी।

पिता रामेश्वर पटेल ने कहा कि देश की सेवा के लिये राजेन्द्र के दो बेटो में से एक बेटे को और सेना मे भेजुगा।

01बाइट-रामेश्वर पटेल,पिता

02बाइट-रिटायर्ड सैनिक,,राजेन्द्र का साथी,Conclusion:
Last Updated : Oct 21, 2019, 10:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.