खरगोन। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा बनाई गई कर्ज माफी योजना का लाभ लगभग दस हजार किसानों को नहीं मिल रहा है. जहां कुछ किसान सतुंष्ट हैं, वहीं कुछ किसानों ने इसे सरकार का छलावा बताया है. कुछ किसान सरकार पर धोखाधड़ी तो कुछ किसान सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं समिति प्रबंधक का कहना है कि करीब 150 किसान अपात्र की श्रेणी में हैं. जिनसे दो करोड़ की वसूली करने हैं.
दरअसल, खरगोन जिले के जिला सहकरी बैंक के अंतर्गत आने वाली समितियों के दस हजार से अधिक किसानों के दो लाख रुपए के ऋणी किसान छूट के दायरे से बाहर हो गए हैं. समिति प्रबन्धक संजय गुप्ता ने बताया कि हमारी आदिम जाति सेवा समिति के 150 किसानों के दो करोड़ रुपए बकाया है, जो ऋण माफी के दायरे में नहीं आ रहे हैं. जो कर्जमाफी के लिए अपात्र है और जिनसे वसूली किया जाना है.
ऋण माफी योजना से वंचित हुए किसानों में पेंशनर किसान सीताराम बघेल पेंशनर से संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने पहले सभी का कर्ज माफ करने को कहा था. लेकिन वे एक पेंशनर हैं और उनका भी कर्ज माफ नहीं हुआ है, यह तो ठीक है, पर जरूरत मंद किसानों का कर्ज जरूर माफ होना चाहिए.
वहीं अन्य किसानों ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसानों के दो-दो लाख रुपए माफ करने की घोषणा की थी. लेकिन अब कुछ किसानों का ही कर्ज माफ किया गया है और कुछ को छोड़ रहे है. ईमानदारी से कर्ज जमा करने वाले को कर्ज माफ न करके सरकार ने कुछ इस तरह इनाम दिया है. ऐसे में सरकार ईमानदार किसानों को बेईमान बना रही है.