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खाद की किल्लत से परेशान हो रहे किसान, व्यापारियों पर जमाखोरी का आरोप - कृषि मंत्री कमल पटेल

खरगोन जिले में किसान खाद न मिलने से परेशान हैं, बारिश का मौसम आ चुका है और ऐसे में खाद न मिलने से किसान की खरीफ फसल की बोवनी प्रभावित होने का डर है, किसान खाद व्यापारियों पर जमाखोरी करने का आरोप लगा रहे हैं.

Farmers worried about not getting compost
खाद के लिए कतार में लगे किसान
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Published : Jun 25, 2020, 4:07 PM IST

Updated : Jun 25, 2020, 9:52 PM IST

खरगोन। जिले में कपास और सोयाबीन की फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है, वहीं खाद की किल्लत किसानों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. खरगोन जिले में इन दिनों कपास सोयाबीन बड़े रकबे में बोई जा चुकी है, वहीं बारिश भी सिर पर है, ऐसे में किसान खाद की किल्लत से परेशान हो रहे हैं. किसानों का आरोप है कि, जिले में व्यापारियों के गोडाउन खाद से भरे हैं, लेकिन भाव बढ़ाने के चक्कर में किसानों को खाद नहीं दिया जा रहा है.

परेशान हो रहे किसान

खाद के लिए परेशान हो रहे पिपरी गांव के किसान ओमप्रकाश पाटीदार ने बताया कि, उन्हें दस बोरी खाद की जरूरत है, लेकिन यहां पर 2 बोरी खाद दिया जा रहा है, जो खेती के हिसाब से नाकाफी है, वहीं खाद लेने के लिए भी वितरण केंद्र पर लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ रहा है.

सुखपुरी गांव से आए किसान मयाराम सोलंकी और अन्य किसानों ने कहा कि, पूरे जिले के व्यापारियों के गोदामों में खाद भरा हुआ है, लेकिन भाव बढ़ाने के लिए व्यापारी गोदामों से खाद निकाल ही नहीं रहे हैं और इसी के चलते खाद की किल्लत हो रही है और परेशानी किसानों को भुगतनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि, सरकारी गोदाम में माल की कमी है और जो माल व्यापारियों के पास है, वे उसे बेचना नहीं चाह रहे हैं.

किसानों की उम्मीद पर फिरा पानी

दरअसल, रबी की फसल कटने के बाद किसान की सबसे बड़ी चिंता है कि, कैसे भी उसकी पूरी पैदावार बिक जाए. फसल की बिक्री में हो रही देरी से उसे खरीफ फसल की तैयारियों में दिक्कत आने की चिंता सता रही थी. किसान को भरोसा था कि, खरीफ की तैयारी के लिए उसे पर्याप्त समय मिल जाएगा, लेकिन उसे ये भी जानकारी थी कि, हर बार की तरह इस बार भी किसान खाद के लिए परेशान होगा और उसकी खरीफ की फसल की बोवनी भी प्रभावित होगी.

कृषि मंत्री के दावे की खुली पोल

कृषि मंत्री कमल पटेल का कह चुके हैं कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के प्रयासों से खाद का पर्याप्त भंडारण कर लिया गया है. जब जैसी जरूरत होगी, किसानों को खाद उपलब्ध करवाई जाएगी और ज्यादा जरूरत होने पर निजी क्षेत्र को भी खाद बिक्री के आदेश दिए गए हैं. उनका कहना है कि, सरकार इसके भी पूरे प्रबंध कर रही है कि, किसानों को अमानक खाद- बीज और कीटनाशक के कारण परेशान ना होना पड़े, लेकिन अब समय आने पर ही खाद की कमी किसानों की परेशानी का सबब बन रही है. खरगोन जिले के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में भी किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है.

शाजापुर में मच चुकी है खाद की लूट

आपको बता दें कि, इससे पहले शाजापुर जिले से एक वीडियो सामने आया था, जिसमें खाद के दो ट्रक वितरण सेंटर पर जैसे ही आए, वहां मौजूद किसानों की भीड़ उस पर टूट पड़ी और पूरा खाद किसान उठाकर ले गए थे. इस वीडियो के सामने आते ही, खाद की व्यवस्था कैसी है, इसकी तस्वीर भी साफ हो गई थी.

खरगोन। जिले में कपास और सोयाबीन की फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है, वहीं खाद की किल्लत किसानों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. खरगोन जिले में इन दिनों कपास सोयाबीन बड़े रकबे में बोई जा चुकी है, वहीं बारिश भी सिर पर है, ऐसे में किसान खाद की किल्लत से परेशान हो रहे हैं. किसानों का आरोप है कि, जिले में व्यापारियों के गोडाउन खाद से भरे हैं, लेकिन भाव बढ़ाने के चक्कर में किसानों को खाद नहीं दिया जा रहा है.

परेशान हो रहे किसान

खाद के लिए परेशान हो रहे पिपरी गांव के किसान ओमप्रकाश पाटीदार ने बताया कि, उन्हें दस बोरी खाद की जरूरत है, लेकिन यहां पर 2 बोरी खाद दिया जा रहा है, जो खेती के हिसाब से नाकाफी है, वहीं खाद लेने के लिए भी वितरण केंद्र पर लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ रहा है.

सुखपुरी गांव से आए किसान मयाराम सोलंकी और अन्य किसानों ने कहा कि, पूरे जिले के व्यापारियों के गोदामों में खाद भरा हुआ है, लेकिन भाव बढ़ाने के लिए व्यापारी गोदामों से खाद निकाल ही नहीं रहे हैं और इसी के चलते खाद की किल्लत हो रही है और परेशानी किसानों को भुगतनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि, सरकारी गोदाम में माल की कमी है और जो माल व्यापारियों के पास है, वे उसे बेचना नहीं चाह रहे हैं.

किसानों की उम्मीद पर फिरा पानी

दरअसल, रबी की फसल कटने के बाद किसान की सबसे बड़ी चिंता है कि, कैसे भी उसकी पूरी पैदावार बिक जाए. फसल की बिक्री में हो रही देरी से उसे खरीफ फसल की तैयारियों में दिक्कत आने की चिंता सता रही थी. किसान को भरोसा था कि, खरीफ की तैयारी के लिए उसे पर्याप्त समय मिल जाएगा, लेकिन उसे ये भी जानकारी थी कि, हर बार की तरह इस बार भी किसान खाद के लिए परेशान होगा और उसकी खरीफ की फसल की बोवनी भी प्रभावित होगी.

कृषि मंत्री के दावे की खुली पोल

कृषि मंत्री कमल पटेल का कह चुके हैं कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के प्रयासों से खाद का पर्याप्त भंडारण कर लिया गया है. जब जैसी जरूरत होगी, किसानों को खाद उपलब्ध करवाई जाएगी और ज्यादा जरूरत होने पर निजी क्षेत्र को भी खाद बिक्री के आदेश दिए गए हैं. उनका कहना है कि, सरकार इसके भी पूरे प्रबंध कर रही है कि, किसानों को अमानक खाद- बीज और कीटनाशक के कारण परेशान ना होना पड़े, लेकिन अब समय आने पर ही खाद की कमी किसानों की परेशानी का सबब बन रही है. खरगोन जिले के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में भी किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है.

शाजापुर में मच चुकी है खाद की लूट

आपको बता दें कि, इससे पहले शाजापुर जिले से एक वीडियो सामने आया था, जिसमें खाद के दो ट्रक वितरण सेंटर पर जैसे ही आए, वहां मौजूद किसानों की भीड़ उस पर टूट पड़ी और पूरा खाद किसान उठाकर ले गए थे. इस वीडियो के सामने आते ही, खाद की व्यवस्था कैसी है, इसकी तस्वीर भी साफ हो गई थी.

Last Updated : Jun 25, 2020, 9:52 PM IST
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