खरगोन। मंडलेश्वर पुलिस ने गुरुवार को बेहगांव से अवैध रेत का परिवहन करते एक डंपर को जब्त किया है. डंपर के ड्राइवर ने रॉयल्टी दिखाने से मना कर दिया था. जिस पर थाना प्रभारी भारत सिंह रावत ने डंपर जब्ती की कार्रवाई करते हुए ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
आरोपी ड्राइवर का कहना है कि डंपर से रेत सनावद ले जाई जा रही थी और रॉयल्टी खंडवा तक की बनाई गई थी. लेकिन जब पुलिस ने डंपर जब्त किया तब ड्राइवर के पास रॉयल्टी नहीं थी. डंपर गुरुवार सुबह 10.45 बजे जब्त किया गया था और रॉयल्टी काटने का समय सुबह 10.55 बताया गया, जिससे पता चलता है कि ठेकेदार ने रॉयल्टी, पुलिस के डंपर जब्त करने के बाद बनाई. साथ ही रॉयल्टी सीतामऊ, भसुंडा स्टॉक की बनाई गई जो कि जलूद के नजदीक है, जबकि रेत का परिवहन बेहगांव से किया जा रहा था. बेहगांव और जलूद कि दूरी 12 किलोमीटर से अधिक है.
हर साल की तरह 15 जून से एनजीटी का रिवर बेड लागू किया जाता है, जिसमें 30 सितंबर तक रेत का खनन प्रतिबंधित रहता है. लेकिन रिवर बेड में शासन के अधिकृत ठेकेदार ही अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं. जहां बेहगांव में रिवर बेड के दौरान शासन के अधिकृत ठेकेदार को सिर्फ स्टॉक की रॉयल्टी दी गई है और अधिकृत स्टॉक सीतामऊ, भसुंडा में किया गया है. जो कि ठेकेदार द्वारा अपनी मर्जी से अन्य स्थान पर किया जा रहा है.
स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग मौन
ग्रामीणों द्वारा कई बार स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग को अवैध रेत उत्खनन, संग्रहण एवं परिवहन की लिखित शिकायत की गई. दो दिन पहले जलूद ग्रामवासियों ने भी लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की. जलकोटी ग्रामवासियों ने भी कलेक्टर को लिखित शिकायत की थी लेकिन पर कार्रवाई नहीं की गई. खनिज विभाग से कोई जिम्मेदार इस मामले पर बात करने को तैयार नही है. खनिज निरीक्षक रीना पाठक ने फोन नहीं उठाया, तो वहीं जिला खनिज अधिकारी ज्ञानेश्वर तिवारी ने बैठक में होने का बहाना बना कर बात करने से इनकार कर दिया.