खरगोन। इंदौर की कंपनी ने किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये का लोन लेकर बैंकों को चूना लगा दिया गया. ये मामला भगवानपुरा ब्लॉक का है, जहां सेरेन्स टेक्नो इंडिया प्रा. लि. नाम की संस्था ने आदिवासियों के खेत पर पॉली हाउस बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये के लोन स्वीकृत करा लिए. कंपनी ने किसानों को बरगलाकर उनसे दस्तावेज लेकर उन्हें कर्जदार बना दिया. किसानों को कर्जदार होने का पता तब चला, जब बैंक की ओर से किसानों को नोटिस दिए गए.
किसानों के पास जितने का कर्ज है, उतने की जमीन ही नहीं है. किसानों पर बैंक का 25 लाख से 40 लाख रुपये तक का कर्ज है. यह भूमि वनक्षेत्र की नवाद की जमीन है. वहीं बैंक की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है, क्योंकि पॉली हाउस घोटाले के मामले में जिले की दो प्रमुख बैंकों के नाम सामने आ रहे है, जिसमें पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा है. जब व्यक्ति बैंक से कर्ज लेता है, तो बैंक कागजी कार्रवाई के नाम पर लोगों को परेशान करती है. अगर ये कर्ज मकान के लिए लिया है, तो फोटो लेती है, लेकिन दोनों बैंक अधिकारियों ने ऐसा कुछ नहीं किया.
इंदौर की कंपनी ने किसानों को बनाया कर्जदार - भगवानपुरा ब्लॉक
किसानों को बहला-फुसलाकर इंदौर की कंपनी ने उन्हें कर्जदार बना दिया. 25 लाख से 40 लाख रुपये तक का किसानों को बैंक से नोटिस मिला, जिससे वे परेशान हैं.
खरगोन। इंदौर की कंपनी ने किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये का लोन लेकर बैंकों को चूना लगा दिया गया. ये मामला भगवानपुरा ब्लॉक का है, जहां सेरेन्स टेक्नो इंडिया प्रा. लि. नाम की संस्था ने आदिवासियों के खेत पर पॉली हाउस बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये के लोन स्वीकृत करा लिए. कंपनी ने किसानों को बरगलाकर उनसे दस्तावेज लेकर उन्हें कर्जदार बना दिया. किसानों को कर्जदार होने का पता तब चला, जब बैंक की ओर से किसानों को नोटिस दिए गए.
किसानों के पास जितने का कर्ज है, उतने की जमीन ही नहीं है. किसानों पर बैंक का 25 लाख से 40 लाख रुपये तक का कर्ज है. यह भूमि वनक्षेत्र की नवाद की जमीन है. वहीं बैंक की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है, क्योंकि पॉली हाउस घोटाले के मामले में जिले की दो प्रमुख बैंकों के नाम सामने आ रहे है, जिसमें पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा है. जब व्यक्ति बैंक से कर्ज लेता है, तो बैंक कागजी कार्रवाई के नाम पर लोगों को परेशान करती है. अगर ये कर्ज मकान के लिए लिया है, तो फोटो लेती है, लेकिन दोनों बैंक अधिकारियों ने ऐसा कुछ नहीं किया.