खरगोन । जिले में कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में लोगों को राहत तो दी गई, लेकिन बस ऑनर एसोसिएशन और सरकार के बीच कुछ शर्तों को लेकर बस संचालन का काम अधर में लटका है. बस मालिक विपिन गौर ने बताया कि बस एसोसिएशन की कुछ मांगे हैं, जिसको लेकर सरकार और बस एसोसिएशन के बीच चर्चा चल रही है. तीन महीने से बसों का संचालन नहीं हुआ है, जिससे बस चालकों को तो नुकसान हुआ है, साथ ही यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है.
सरकार ने बस संचालकों को पचास फीसदी सवारी बैठाने के साथ बसों का संचालन की बात कही थी, लेकिन बस मालिकों ने नुकसान के चलते ऐसा नहीं किया. डीजल के रेट बढ़ जाने से भी बस चालकों को काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है. बस संचालकों का कहना है कि कम से कम 50 सवारी प्रति बस किया जाए.
उन्होंने कहा कि जब सरकार उनकी मांगों को मान लेगी तब ही बसों का संचालन हो पाएगा. बता दें कि तीन महीने से बसों का संचालन नहीं होने से बसों का मेंटेनेंस भी खराब हो गया है. चालकों की मांग है कि उनका लॉकडाउन के दौरान का टैक्स माफ किया जाए.