खरगोन। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्री इमरती देवी के खिलाफ को लेकर विवादित बयान दिए थे. जिसके विरोध में बीजेपी पदाधिकारियों ने भाजपा कार्यालय पर मौन व्रत रखा. बीजेपी जिला मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार ने बताया कि, मध्य प्रदेश के 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की सभा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने मंत्री इमरती देवी पर अशोभनीय टिप्पणी की थी, जिसके विरोध में 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक मौन व्रत का आयोजन किया गया.
इस दौरान कमलनाथ से मांग करते हुए उन्होंने कहा कि, नव दुर्गा उत्सव के दौरान महिला नेत्री पर इस तरह की टिप्पणी करने पर खेद व्यक्त कर माफी मांगनी चाहिए. वहीं जनता से उन्होंने मांग की है कि, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ जन आंदोलन कर माफी मांगने के लिए बाध्य किया जाना चाहिए.
कमलनाथ के विरोध में सड़कों पर उतरी BJP
मुरैना में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी का बीजेपी ने कड़ा विरोध किया है. बीजेपी ने कमलनाथ के बयान के विरोध में नेहरू पार्क पर 2 घंटे के लिए मौन धरना दिया. इस दौरान कमलनाथ पर कार्रवाई करने संबंधित महिला आयोग से शिकायत दर्ज कराने की बात कही गई है.
डबरा विधानसभा सीट की प्रत्याशी इमरती देवी पर कमलनाथ द्वारा अभद्र टिप्पणी किए जाने को लेकर जिला अध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता के नेतृत्व में नेहरू पार्क पर धरना दिया गया. जहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
बीजेपी का कहना है कि इससे पहले दिग्विजय सिंह और अब कमलनाथ द्वारा महिलाओं पर टिप्पणी देना पार्टी की विचारधारा प्रकट करता है. हालांकि इस मसले पर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक्शन लेना चाहिए, ताकि न केवल दलित महिला बल्कि प्रदेश की सभी महिलाओं के सम्मान को सुरक्षित किया जा सके.
बैतूल में कमलनाथ के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विरोध में बैतूल में भी महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने शिवाजी चौक पर 1 घंटे तक मौन प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं कमलनाथ की तस्वीर पर कालिख पोत कर आक्रोश जताया.
पूरे प्रदेश में बीजेपी द्वारा कमलनाथ के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. इस पर बीजेपी जिला अध्यक्ष बबलू शुक्ला मीडिया ने कहा कि, कांग्रेसियों ने हमेशा ही महिलाओं का अपमान किया है, जिसका जवाब प्रदेश की जनता देगी. इसके पहले भी कांग्रेसियों ने कई बार गलत शब्दों का प्रयोग किया है, जोकि बेहद निंदनीय है.