खरगौन। इंदौर के दो दोस्तों के लिए ये दिन जिन्दगी का आखिरी दिन साबित हुआ. नितिन (21) का जन्मदिन था और दीपक (22) इस दिन को यादगार बनाना चाहता था. तो ये दोनों अपने अन्य छह दोस्तों के साथ शनिवार को चिड़िया भड़क पिकनिक स्पॉट खरगौन पहुंचे. कुंड में दोनों नहाने के लिए गए तो वापस नहीं लौटे.
गोताखोरों की मदद से दोनों शवों को बाहर निकला गया. शनिवार को नितिन का जन्मदिन होने की वजह से परिवारजनों को बिना बताए अलग-अलग बाइक से अपने आठ दोस्तों के साथ चिड़िया भड़क घूमने निकल आए.
दोस्तों ने चोरल नदी में नहाने का मन बनाया. तभी नितिन का पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया. उसे बचाने के लिए दीपक भी कूदा और दोनों तेज बहाव में बह गए। बाद में शव को बडवाह शासकीय अस्पताल लाया गया.
मृतकों के दोस्तों ने बताया कि शनिवार को नितिन का जन्मदिन था और वह खुश था. पार्टी मनाने के लिए हम सभी दोस्त गुगल पर सर्च करते हुए चिडिय़ा भड़क तक पहुंचे थे. नितिन हेयर सेलून का काम करता था.
घटना की जानकारी मिलते ही दोनों के परिजन शासकीय अस्पताल पहुंचे. सूचना मिलने पर बलवाड़ा थाना प्रभारी शंकर सिंह मुजाल्दे, उपनिरीक्षक रजनी सामरिया भी पहुंच गए थे.
एक महीने में दूसरी घटना, क्या प्रशासन की कोई जिम्मेदारी नहीं?
चिडिया भड़क पिकनिक स्पॉट पर यह जुलाई में यह दूसरी घटना है, जब किसी की जान चली गई. 5 जुलाई को इंदौर से ही आठ दोस्तों घुमने आए थे. इसी दौरान एक पटवारी की डूबने से मौत हो गई थी. दरअसल, बारिश नहीं होने से नदी में कम पानी रहता है.
पत्थरों पर काई जमने से फिसलन हो जाती है। जिससे आने वाले पर्यटक धोखा खाकर हादसे का शिकार हो रहे हैं. घटना को रोकने के लिए किसी तरह का बोर्ड भी नहीं लगा है.