खरगोन। लॉकडाउन के चलते पर्यटन भी पूरी तरह से बंद है. प्रदेश की पर्यटन नगरी महेश्वर भी इससे अछूती नहीं रही. जहां हर दम सैलानियों की भीड़ उमड़ती थी. वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है. लेकिन लॉकडाउन में महेश्वर की रंगत अलग ही रंग में नजर आ रही है. प्रकृति की गोद में बसे महलों के इस शहर में हर तरफ शांति-शांति है. नर्मदा की कल-कल बहती हुई धारा की मधुर ध्वनि अब दूर से ही सुनाई दे रही है.
लॉकडाउन के 50 दिनों से भी ज्यादा के वक्त में नर्मदा के जल में काफी सुधार देखने को मिला है. मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नर्मदा के पानी का पिछलों दिनों यहां परीक्षण किया था. जिसमें ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ गई और पानी बेहद साफ नजर आ रहा है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नर्मदा के जल को ए ग्रेड दिया है. यानि इसे बिना फिल्डर किए भी पिया जा सकता है.
![शाम के वक्त महेश्वर का नजारा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-kgr-01-maheshwr-pkg-7205350_13052020134945_1305f_01133_962.jpg)
महेश्वर में पसरा सन्नाटा
हरियाली, पानी, और प्रकृति से सजी इस ऐतिहासिक नगरी में भले ही सैलानियों की भीड़ नहीं है, लेकिन नर्मदा के तट पर प्रकृति अनोखी छटा बिखेर रही है. अहिल्याबाई के महल से सुबह-शाम नर्मदा का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है, जिसे देखकर किसी का भी मन प्रफुल्लित हो जाए.
हालांकि पिछले 50 दिनों से जारी लॉकडाउन के चलते महेश्वर में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां जो पर्यटक लॉकडाउन में फंस गए थे. उन्हें अब घर भेज दिया गया है. फिलहाल पर्यटन नगरी महेश्वर भी, अब इसी इंतजार में है कि कोरोना का ये कहर जल्द खत्म हो और उसे निहारने एक बार फिर पर्यटकों की भीड़ उमड़े.