खरगोन। प्रदेश भर में दशहरे के पर्व पर जगह-जगह रावण दहन किये जाएंगे. वहीं जिला प्रशासन ने नगर पालिका के प्रतिवर्ष किए जाने वाले रावण दहन के स्थान को बदल कर दक्षिण दिशा से पश्चिम दिशा की ओर कर दिया है. जिसे लोगों ने पौराणिक मान्यताओं के विरुद्ध बताया है.
नगर पालिका प्रशासन की ओर से दशकों से स्टेडियम मैदान पर रावण दहन होता रहा है. परंतु इस साल कुछ बच्चों के वहां पर खेलने के लिए लगाई गई अमेरिकन घास का हवाला देते हुए जिला प्रशासन को एक आवेदन गया था. जिस पर शांति समिति की बैठक में निर्णय लेते हुए इसे नवग्रह मैदान पर करने का निर्णय लिया है. इस पर पंडितों और लोगों के अनुसार गलत दिशा बताई जा रही है.
पंडित गोपाल चंद्र जोशी ने बताया कि लंका दक्षिण दिशा में है राम द्वारा दक्षिण में रामेश्वरम की स्थापना कर रामसेतु बनाया गया था. वहीं स्थानीय रणजीत सिंह डंडीर ने बताया कि पौराणिक मान्यता के अनुसार दक्षिण दिशा में ही रावण का दहन किया जाता है. परंतु छोटी सी घास के कारण जिला प्रशासन द्वारा ऐसा निर्णय लिया गया निर्णय गलत है. भाजपा के जिलाध्यक्ष परसराम चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार है और उनका नारा है वक्त है बदलाव का. बीते वर्ष भी इसी तरह का आवेदन आया था.