खरगोन। कोरोना संक्रमण के फिर पैर पसारने से विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर मंदिर में कोविड-19 के प्रावधानों पर अमल अनिवार्य कर दिया गया है. गुरुवार को मंदिर के मुख्य द्वार पर मास्क लगाने के बाद ही ओंकारेश्वर दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया. इसी के साथ दर्शनार्थ श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी का पालन करने की समझाइश भी दी जा रही है.
मास्क लगाना अनिवार्य
महाराष्ट्र में कोरोना मामले तेजी से बढ़ने से सीमावर्ती खण्डवा जिले में भी प्रशासन सतर्क हो गया है. जिला मुख्यालय पर हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की जांच अनिवार्य करने के साथ ही ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन करने आने वाले लोगों के लिये मास्क अनिवार्य किया गया है. इसका पालन सख्ती से बरतना शुरु कर दिया गया है. इन्हीं नियमों का पालन करते हुए गुरुवार को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में मास्क लगाकर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की.
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कोविड गाइडलाइन का करना होगा पालन
ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के सीईओ और पुनासा एसडीएम चन्दर सिंह सोलंकी ने बताया की ओंकारेश्वर में देशभर से श्रद्धालु आते हैं, महाराष्ट्र सहित कुछ प्रदेशों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है. संक्रमण क्षेत्र से आने वाले लोगों की वजह से अन्य लोग संक्रमित ना हो, इसके लिये ओंकारेश्वर क्षेत्र में कोविड गाइडलाइन का पालन अनिवार्य किया गया है. वहीं महाशिवरात्री पर्व पर मंदिर गर्भग्रह में प्रवेश प्रतिबंधित करने के संबध में कोई निर्णय नही हुआ है. आवश्यकता पड़ने पर जरुरी कदम उठाये जायेंगे.