खरगोन। बड़वाह विकासखंड के खमकी गांव में ग्रामीणों ने जनसुनवाई में एक शिकायत की, जिसमें 95 वर्षीय बुजुर्ग को 24 वर्ष की आयु बताकर 210 दिनों तक की मजदूरी निकाल ली, जिसके दस्तावेज पंचायत दर्पण वेबसाइट पर उपलब्ध होना बताया गया है. इस गड़बड़ी की सूचना मिलते ही डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान ने जांच करवा कर उचित कार्रवाई की बात कही है.
पिता की उम्र 24 साल, तो बेटे की आयु 45 साल
खड़की गांव से आए संग्राम सिंह ने बताया कि मेरे पिता बाबू सिंह की आयु 95 वर्ष है और मेरी आयु 45 वर्ष है. 95 वर्ष की आयु में मजदूरी करना नामुमकिन है. ऐसी स्थिति में पंचायत द्वारा मेरे पिता की उम्र को 24 साल बताकर 210 दिनों की मजदूरी निकाल ली गई.
ग्रामीण ने बताया कि हमारे गांव में मनरेगा के तहत जितने भी कार्य हो रहे हैं, उनमें भ्रष्टाचार किया जा रहा है. सरपंच-सचिव द्वारा गरीब मजदूरों पर ध्यान न देकर मशीनों से विकास कार्य करवाया जा रहा हैं. साथ ही सहायक सचिव द्वारा उनके परिचितों को कुटीर पशु शेड की सुविधा दी गई है.
सचिव और सहायक सचिव के परिचितों के खातों में डाली करोड़ों की राशि
ग्रामीण ने कहा कि मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों की अलग-अलग मदों में सचिव और सहायक सचिव ने अपने परिचितों के खातों में राशि डलवाई, जो करोड़ों में है. इसलिए हम गांव के विकास कार्यों की राशि की रिकवरी करवाना चाहते हैं.
डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान ने बताया कि ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम एक शिकायत की है, जिसमें मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है, जिसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.