खंडवा। 14 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने जा रही है. इसी के चलते खंडवा कांग्रेस कार्यालय में जिले के पर्यवेक्षक मथुरादास जोशी और हिम्मत पटेल कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने पहुंचे. जहां उन्होंने विधानसभा कार्यकर्ताओं से चर्चा की. लेकिन बैठक में मांधाता विधानसभा के कार्यकर्ताओं और स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार बहस हो गई. इसके बाद दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाए.
मामले पर स्थानीय पार्षद और प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के करीबी हाशिम पटेल ने इशारों में मांधाता विधायक के पुत्र दीपक पटेल पर निशान साधा. उन्होंने कहा कि मैंने पर्यवेक्षक से मांधाता क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव की 45 हजार वोटों से हार की बात कही इस पर मांधाता क्षेत्र के कार्यकर्ता भड़क गए. जबकि मेरे एकलौते वार्ड से अरुण यादव को 3400 वोटों से जीत मिली थी. उन्होंने प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की तारीफ करते हुए कहा कि खंडवा में प्रभारी मंत्री अनेकों विकास कार्य कराए है.
वहीं अरुण यादव गुट के कांग्रेसी कार्यकर्ता वीरेंद्र गौतम ने प्रभारी मंत्री पर भेदभाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट अपने करीबी नेताओं के क्षेत्र में विकास कार्य करा रहे हैं. लेकिन उनके क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. उन्होंने खुलकर प्रभारी मंत्री का विरोध किया.