खंडवा। कोरोना कर्फ्यू में अवैध रूप से शराब की तस्करी करने वाले सक्रिय हो गए हैं. इसका खुलासा सोमवार को देर रात आबकारी विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से हुआ है. आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने आयशर ट्रक से शराब का अवैध परिवहन करने के मामले में खुलासा किया है. एक ट्रक से आबकारी विभाग ने करीब 288 पेटी शराब जब्त की है. जब्त की गई शराब की कुल कीमत करीब 12 लाख रुपए बताई जा रही है. कार्रवाई के दौरान ट्रक का ड्राइवर मौके से फरार हो गया, जबकि हेल्पर को पुलिस ने पकड़ लिया है.
12 लाख कीमत की शराब बरामद
सोमवार को रात में करीब एक बजे आबकारी विभाग के निरीक्षक शेरसिंह मौर्य को अवैध रूप से ट्रक द्वारा शराब सप्लाई होने की सूचना मिली थी. इसके बाद उन्होंने ग्राम केहलारी और मूंदी के बीच ट्रक को रोकने के लिए घेराबंदी की. ग्राम केहलारी के पास ट्रक को रोककर तलाशी ली. ट्रक में शराब की पेटियों को तिरपाल से ढांकने के साथ ही उस पर भूसा रख दिया था. ताकि शराब की पेटियां नजर नहीं आए.
राहुल का फरार होना बना रहस्य
रात में आबकारी विभाग के अधिकारियों ने ट्रक के साथ दो लोगों को पकड़ा था। इसमें ट्रक का ड्रायवर राहुल जासयवाल था, जो अपने मुंह बोले भांजे को लेकर शराब की तस्करी कर रहा था. बताया जाता है कि अधिकारियों ने ड्रायवर और हेल्पर को गिरफ्तार किया था. कार में भी दोनों को बैठाने की बात सामने आई लेकिन राहुल अचानक लापता हो गया. इसे लेकर निरीक्षक शेरसिंह मौर्य का कहना है कि राहुल चकमा देकर भाग गया. उसकी तलाश की जा रही है.
ठेकेदार की मिलीभगत आई सामने
आबकारी विभाग द्वारा जब्त की गई शराब की बोतल पर कंपनी और उसका सीरियल नंबर है. यह खंडवा का होना बताया जा रहा है लेकिन विभाग ठेकेदार पर कार्रवाई करने से बच रहा है. इससे ठेकेदार के हौसले बुलंद हैं. कोरोना कर्फ्यू के चलते ठेकेदार द्वारा महंगे दामों में शराब बेची जा रही है। इसके साथ ही अब अवैध रूप से दूसरे जिलों में भी शराब खपाई जा रही है। इसे लेकर जिला आबकारी निरीक्षक शेरसिंह मौर्य का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. बेंच नंबर का मिलान किया जा रहा है इसके बाद संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी