खंडवा। शहर में यातायात व्यवस्था ठीक बनाए रखने के लिए शुरू की गई टोइंग मशीन अब प्रशासन के लिए सिरदर्द बनती जा रही है. यह मशीन जाम के दौरान यातायात को ठीक करने का काम करती है, लेकिन इस दौरान वाहनों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में उन में टूट-फूट हो जाती है, जिसकी क्षतिपूर्ति देने के लिए यातायात और नगर निगम के बीच विवाद होता है.
टोइंग मशीन पर यातायात पुलिस ने नगर निगम को एक पत्र लिखकर यह मांग की है कि इस मशीन को बदलकर आधुनिक टोइंग मशीन दी जाए, ताकि परेशानियों की स्थिति न बने. यातायात विभाग के सूबेदार देवेंद्र सिंह परिहार का मानना है कि खंडवा शहर तंग गलियां और सकरी सड़कों की बसाहट का शहर हैं, जिससे इस मशीन को यहां ले जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए नगर निगम इस मशीन को बदले.
मामले में निगमायुक्त हिमांशु सिंह का कहना है कि जिस तरह की मशीन यहां उपलब्ध है. उसी तरह की मशीन पूरे प्रदेश में काम कर रही है. यह परेशानी यातायात विभाग की है. उन्होंने यातायात विभाग को ही इसका जिम्मेदार बता दिया. निगमायुक्त ने कहा कि यातायात पुलिस मशीन को ठीक से संचालित करे. निगम के पास इतना पैसा नहीं है कि आधुनिक मशीन खरीदी जाए. नगर-निगम खंडवा इस मशीन के लिए यातायात विभाग से 45 हजार प्रतिमाह शुल्क लगाता हैं.