खंडवा। जिले के इस परिवार को पांच साल बाद उनका खोया हुआ बेटा आखिरकार वापस मिलेगा. प्रदेश और केंद्र सरकार से हजारों बार बेटे को वापस लाने की गुहार लगा चुके इस परिवार की उम्मीदें मानों खत्म ही हो गई थी, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. हम बात कर रहे हैं खंडवा के राजू की जिसे पाकिस्तान सरकार ने वाघा-अटारी बार्डर के जरिए रिहा किया है. पाकिस्तान ने दो युवकों को रिहा किया है. जिसमें एक मध्यप्रदेश और दूसरा राजस्थान का है.
पाकिस्तान की जेल में बंद राजू के परिवार का बुरा हाल, ग्रामीणों ने इमरान खान से की ये अपील
पाकिस्तान जेल में बंद था राजू: ये दोनों युवक गलती से पाकिस्तान पहुंच गए थे. जानकारी के मुताबिक दोनों युवकों की सजा पूरी होने के बाद पाकिस्तान सरकार ने इन्हें रिहा किया है. रिहा हुए कैदियों के मुताबिक पाकिस्तान में भारतीयों की स्थिति बहुत खराब है. उन्होंने बताया कि अभी भी पाकिस्तान में करीब 700 भारतीय कैदी मौजूद हैं. खंडवा के राजु को पाकिस्तान पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया था. राजू की मां को इंटेलिजेंस के जरिए यह खबर मिली थी कि उनका बेटा पाकिस्तान जेल में बंद है. तब राजू की मां ने बताया कि वह मानसिक विक्षिप्त है.
पिता ने कहा 'मैं माफी मांगता हूं, मेरा बेटा गलती से पाकिस्तान चला गया', मां की बिगड़ी तबीयत
क्या है पूरा मामला: आपकों बता दें राजू के पिता लक्ष्मण और मां बंसता बाई हैं. इनकी इंधावाड़ी गांव में तीन एकड़ जमीन है, जहां वे खेती करके अपना गुजर-बसर करते हैं. लक्ष्मण के दो बेटे और एक बेटी है. जिसमें राजू बड़ा बेटा है. खंडवा के इंधावाड़ी गांव से राजू एक दिन अचानक लापता हो गया था. कई दिनों बाद राजु की मां बंसता बाई को इंटेलिजेंस के जरिए पता चला कि उनका बेटा पाकिस्तान पहुंच गया है, यह खबर सुनते ही राजू के पूरे परिवार ने प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई. वहीं इस खबर के मिलते ही राजू की मां की तबीयत भी खराब हो गई थी. राजू की मां बसंता बाई ने कहा था कि उनका बेटा मानसिक विक्षिप्त है, वो गलती से पाकिस्तान पहुंच गया हो गा. राजू के परिवार के साथ पूरे गांव ने राजू को वापस लाने की अपील की थी. हालांकि बेटे के पाकिस्तान पहुंचने पर राजू के पिता ने माफी भी मांगी थी. सालों बाद जाकर अब राजू की घर वापसी हो पाई है.