खंडवा। कोरोना संक्रमण के चलते अब मजदूरों का संकट आ पड़ा है. लॉकडाउन के दौरान लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने-अपने प्रदेश और शहर को लौट चुके हैं. जिससे मध्यप्रदेश में ही नहीं पूरे देश में निर्माण कार्यों पर इसका असर हुआ है. खंडवा जिले में भी 42 करोड़ की लागत से बन रहे रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज का काम बिहारी मजदूरों के चले जाने से अटक गया है. इसके साथ काम में देरी भी हो रही है. बारिश का सीजन होने के चलते खुले में पड़ा सामान खराब होने की आशंका है.
वहीं बारिश का मौसम होने से यहां रखे ब्रिज निर्माण का कच्चा मटेरियल सरिया, रेत, गिट्टी के खराब होने की आशंका है. वहीं सेतु निर्माण विभाग के एसडीओ पीएन पांडे ने कहा कि 1 जून से कलेक्टर ने कार्य प्रारंभ करने के आदेश दिए थे. जिसके बाद ठेकेदार को कार्य शुरू करने का नोटिस दिया था, लेकिन उसके पास काम करने वाले अधिकतर मजदूर बिहार से थे, जो कि लॉकडाउन के समय से अपने घर चले गए हैं. इसलिए निर्माण काम फिर से शुरू नही हो पाया हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि ठेकेदार के मुताबिक मजदूर जल्द ही लौटेंगे, जिसके बाद कार्य शुरू होगा.
हालांकि अब देखना होगा कि आखिर मजदूर कब तक काम पर लौटते हैं या इसी तरह काम रुका हुआ रहता है. खंडवा में इस ब्रिज का काम 3-4 महीने पहले शुरु हुआ था. 42 करोड़ की लागत से तीन पुलिया रेलवे ट्रैक के ऊपर ये तीन भुजा वाला ब्रिज बनेगा. इसकी कुल लंबाई 970 मीटर है. इस ब्रिज की मांग खंडवा वासियों के द्वारा लंबे समय से की जा रही है. इसके बनने से शहर में यातायात का दबाव काफी हद तक कम होने की उम्मीद है.