खंडवा। कोतवाली थाने में गुरुवार को रेलवे कर्मचारी रूपेश सालुंके और उसके साथ आए लोगों ने जमकर हंगामा मचाया. कोतवाली थाने में तैनात चार आरक्षकों पर पूछताछ के नाम पर रुपेश के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया जा रहा है.पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मामले की जांच करवाने के निर्देश दिए.
- परिजनों सहित पीड़ित पहुंचा थाने
गुरुवार को सुबह करीब 11:30 बजे कोतवाली थाने में रेलवे कर्मचारी रुपेश निवासी शिवपुरम कॉलोनी, मां और परिवार के अन्य लोगों के साथ कोतवाली थाने पहुंचा. उसके साथ टपालचाल क्षेत्र के अन्य लोग भी थाने में मौजूद रहे. यहां थाना परिसर में उन्होंने हंगामा करते हुए कार्रवाई की मांग की गई. रूपेश सालूंके ने बताया कि, होली पर मैं अपने पुराने घर माता-पिता से मिलने आया था. गली में इस दौरान कुछ विवाद चल रहा था. इस बीच कुछ पुलिसकर्मी आए और उन्होने मेरे साथ मारपीट करना शुरू कर दी. कुछ देर तक पीटने के बाद मुझे घसीटते हुए गली के कोने पर ले आए, यहां से उसे कोतवाली थाने लाया गया.
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- इन पर लगाया बेवजह मारपीट करने का आरोप
युवक ने आरोप लगाया कि यहां आरक्षक अमित यादव, अमर प्रजापत, नितिन विश्वकर्मा और दिपेंद्र सिंह ने उसके साथ मारपीट की. उसे बेवजह छह से सात घंटे लॉकअप में बंद रखकर पाइप और हाथ से पीटा. देर रात में उसे छोड़ दिया. रुपेश ने थाना परिसर में उसके शरीर पर मारपीट के निशान भी दिखाए, रुपेश के साथ आए क्षेत्र के लोगों ने भी पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया.
- पुलिस ने कराया युवक का मेडिकल
हंगामे के बाद कोतवाली थाने में रुपेश के बयान दर्ज किए गए. इसके बाद पुलिसकर्मी उसे जिला अस्पताल लेकर गए. यहां उसके स्वास्थ्य की जांच करवाई गई. जांच में उसे गंभीर चोट आने की बात सामने नहीं आई है. बताया जाता है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने जांच के निर्देश दिए हैं.