ETV Bharat / state

क्षतिग्रस्त पुल की लोगों ने की मरम्मत, प्रशासन नहीं दे रहा था ध्यान

आशापुर के लोगों ने नई पहल शुरु कि है, जहां लोगों ने मिल कर क्षतिग्रस्त पडे़ पुल को पैदल चलने लायक तैयार किया है.

आशापुर के लोगों ने नई पहल शुरु कि
author img

By

Published : Sep 7, 2019, 10:56 AM IST

खंडवा। जिले के आशापुर में लोगों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है, 29अगस्त को पुल क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके लिए प्रशासन की ओर से 50 लाख मरम्मत के तौर पे दिए गए थे, जहां एक बार मरम्मत होने के बाद भारी बारिश के चलते फिर से क्षतिग्रस्त हो गया,जिसके बाद लोगों को काफी परशानियों का सामना करना पड़ रहा है, पिछले ड़े़ड महिने से मुख्य मार्ग बंद होने कि वजह से काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है.

क्षतिग्रस्त पुल की लोगों ने की मरम्मत


पिछले डेढ़ महीने से खंडवा हरदा होशंगाबाद बैतूल भोपाल मुख्य मार्ग बंद होने कि वजह से आशापुर ग्राम के लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है, साथ ही जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है उन्हे भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, आशापुर से लगभग 20 से 25 गांव का संपर्क जुड़ा हुआ है, छोटी-बड़ी लगभग 100 दुकान है जिनकी रोजी-रोटी चलती है, जो पिछले ड़े़ड महिने से बंद है.


इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए आशापुर के लोगों ने एक मिसाल कायम की है, क्षतिग्रस्त पड़े पुल को लेकर गांव में एक चौपाल लगाई गई जिसमें गांव के छोटे-बड़े व्यक्ति ने इस चौपाल में भाग लेकर श्रमदान देने के लिए हामी भरी, वहीं गांव के हर व्यक्ति ,किसान,व्यापारी ने एक लाइन बनाकर नदी से एक एक पत्थर चुनकर छोटे बड़े गड्ढो को भरा ताकि लोगों को निकलने में परेशानी ना हो.


लोगों ने बताया कि पिछली बार दो घटनाएं घटित हो गई थी जिसमें एक महिला और पुरुष पुल पार करते समय नदी में गिर गए थे, जिसे देखते हुए गांव के लोगों ने यह फैसला लिया कर हम उनको पैदल निकलने तैयार करेंगे जिसमें गांव के हर व्यक्ति ने शामिल हो कर अपना योगदान दिया.वहीं दूसरी ओर शासन-प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.

खंडवा। जिले के आशापुर में लोगों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है, 29अगस्त को पुल क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके लिए प्रशासन की ओर से 50 लाख मरम्मत के तौर पे दिए गए थे, जहां एक बार मरम्मत होने के बाद भारी बारिश के चलते फिर से क्षतिग्रस्त हो गया,जिसके बाद लोगों को काफी परशानियों का सामना करना पड़ रहा है, पिछले ड़े़ड महिने से मुख्य मार्ग बंद होने कि वजह से काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है.

क्षतिग्रस्त पुल की लोगों ने की मरम्मत


पिछले डेढ़ महीने से खंडवा हरदा होशंगाबाद बैतूल भोपाल मुख्य मार्ग बंद होने कि वजह से आशापुर ग्राम के लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है, साथ ही जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है उन्हे भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, आशापुर से लगभग 20 से 25 गांव का संपर्क जुड़ा हुआ है, छोटी-बड़ी लगभग 100 दुकान है जिनकी रोजी-रोटी चलती है, जो पिछले ड़े़ड महिने से बंद है.


इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए आशापुर के लोगों ने एक मिसाल कायम की है, क्षतिग्रस्त पड़े पुल को लेकर गांव में एक चौपाल लगाई गई जिसमें गांव के छोटे-बड़े व्यक्ति ने इस चौपाल में भाग लेकर श्रमदान देने के लिए हामी भरी, वहीं गांव के हर व्यक्ति ,किसान,व्यापारी ने एक लाइन बनाकर नदी से एक एक पत्थर चुनकर छोटे बड़े गड्ढो को भरा ताकि लोगों को निकलने में परेशानी ना हो.


लोगों ने बताया कि पिछली बार दो घटनाएं घटित हो गई थी जिसमें एक महिला और पुरुष पुल पार करते समय नदी में गिर गए थे, जिसे देखते हुए गांव के लोगों ने यह फैसला लिया कर हम उनको पैदल निकलने तैयार करेंगे जिसमें गांव के हर व्यक्ति ने शामिल हो कर अपना योगदान दिया.वहीं दूसरी ओर शासन-प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.

Intro:आशापुर ग्राम के लोगों ने आज रामायण में भगवान राम के लिए लंका जाने हेतु समुद्र पार करने के लिए से सेतु निर्माण में जिस प्रकार नल और नील ने नाम श्री राम का नाम लेकर एक एक पत्थर जोड़ कर से तू निर्माण किया था वही मिसाल आज आशापुर ग्राम के लोगों ने दी कि तथा यहां जो पुल 29 अगस्त को क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके चलते प्रशासन की ओर से ₹5000000 मरम्मत हेतु दिए गए थे जिस पर एक बार मरम्मत कार्य कर पैदल पता था दुपहिया वाहन चलने हेतु तैयार कर लिया क्या दोबारा जब नदी में भारी बाढ़ आने से फिर से क्षतिग्रस्त हो गया और दोबारा उस पर मरम्मत कार्य जल्द हेतु तैयार किया गया तीसरी बार फिर से बारिश बाढ़ आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना रहा है पिछले डेढ़ महीने से यहां के आसपास के क्षेत्र के लोग परेशान हो रहे हैं तथा खंडवा हरदा होशंगाबाद जो की मुख्य मार्ग है यह मार्ग पिछले डेढ़ महीने से बंद है तो इससे कई लोगों की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यहां के व्यापारी छोटे बड़े किसान तथा अन्य व्यक्ति को हर छोटी-मोटी अपनी रोजमर्रा की वस्तुओं खरीदने हेतु कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते आज लोगों द्वारा मरम्मत की गईBody: पिछले डेढ़ महीने से खंडवा हरदा होशंगाबाद बैतूल भोपाल जोकि मुख्य मार्ग है बंद है जिसके चलते आशापुर तथा आसपास के क्षेत्र के लोग का को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसमें कई व्यक्ति जो परेशान है वह है चीन की तबीयत खराब है किसी प्रकार से मैं स्वास्थ्य ठीक नहीं है उनका इलाज आशापुर के छोटे से डॉक्टर तथा अन्य प्रकार की किराना सामग्री तथा रोजमर्रा की जो वस्तु है उनको खरीदने हैं तो आशापुर के छोटे हाथ पर जाना होता है जो कि पिछले डेढ़ महीने से बंद है आशापुर मुख्य रूप से लगभग 20 से 25 गांव के संपर्क से जुड़ा हुआ है यहां पर छुट्टी बड़ी लगभग 100 एक दुकान है जिन पर उनको अपना व्यापार चलाते हैं तथा अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं जो पिछले डेढ़ महीने से बंद हैConclusion:आशापुर में आज श्रमदान देकर रामायण की जो कि महान ग्रंथ है जिसकी गाथा भगवान राम के लिए सेतु निर्माण की मिसाल को आज आशा प्रोग्राम में मैं वस्तुस्थिति रूप दिया गया है जिस प्रकार भगवान राम को लंका जाने हेतु समुद्र पार करने के लिए अन्य कोई मार्ग नहीं था जिस पर लाल और नीले राम के पत्थर से पुल निर्माण किया था उसी मिसाल को आज आशापुर ग्राम में देखने को मिला जिस जो कि पिछले डेढ़ महीने से क्षतिग्रस्त पुल के कारण आवाजाही बिल्कुल बंद थी यहां के लोग आसपास के लोग काफी परेशान हो रहे थे जिसके चलते गांव में छोटी सी चौपाल लगाई गई तथा गांव के छोटे हर छोटे-बड़े व्यक्ति ने इस चौपाल में भाग लेकर श्रमदान देने के लिए तैयार हूं हुए और उसी का साकार रूप आज देखने को मिला हर गांव का हर छोटा बड़ा व्यक्ति व्यापारी किसान जो पुल पर था उन्होंने एक लाइन बनाकर नदी से एक एक पत्थर चुनकर स्कूल के छोटे बड़े गड्ढे में पटका ताकि लोगों को निकलने में परेशानी ना हो जिसके चलते गांव में के हर छोटा-बड़ा व्यक्ति जो कि शामिल हुआ था उन्होंने एक चेन के रूप में काम किया एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के हाथ में पत्थर देता तीसरे व्यक्ति के चलते चलते फुल तक पहुंचा था पत्थर और इसी के चलते आज दो पहिया वाहन के निकलने हेतु तैयार हो गया है जबकि प्रशासन ने इसके मरम्मत हेतु ₹5000000 प्रति प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है तथा मरम्मत कार्य भी बंद पड़ा है जिसके जिसके कारण परेशानी को देखते हुए आज गांव के लोगों ने श्रमदान दिया उन्होंने कहा है कि पिछली बार दो घटनाएं घटित हो गई जो कि बड़ी घटना होने वाली थी एक महिला तथा एक व्यक्ति उनको पार करते समय नदी में गिर गया था जिस को मामूली चोट आई और उसे इलाज के बाद सो गया है इसी घटना को देखते हुए गांव के लोगों ने यह फैसला लिया कर हम उनको पैदल निकलने तैयार करेंगे और आज साकार कर दिया जिसके जिसमें गांव के हर वह व्यक्ति शामिल हैं बसंत पवार शशी दरबार पिन्टू दरबार संजय तोमर अंकुर चौहान चिंकी दिलीप चौहान बकस भरोसे मनीष सिसोदिया अनिल सिसोदिया विक्की अनिल संतोष मनीष सिसोदिया ,गब्बर
राहुल ,अमित ठाकुर, दिल्ला घनश्याम बबलू शशि दरबार सेवक पटेल भरोस सेठ पंकज सन्तोष अन्य लगभग 100 लोगों ने आज श्रम दान कर पैदल तथ दुपहिया वाहन हेतु पुल चालू कर दिया है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.