खंडवा। देशभर में ट्रेड यूनियन के बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. खंडवा में बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के द्वारा बुलाए गए बंद का आंशिक रूप से असर दिखाई दिया. इसके अलावा जिले में सामान्य रूप से बाजार खुले रहे.
ट्रेड यूनियन के बंद का दिखा आंशिक असर, सामान्य तरीके से खुले रहे बाजार - Effect of closed call
ट्रेड यूनियन के बंद का खंडवा में मिला जुला असर देखने को मिला. खंडवा में सामान्य रूप से बाजार खुले रहे.
Farmer labor organization
खंडवा। देशभर में ट्रेड यूनियन के बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. खंडवा में बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के द्वारा बुलाए गए बंद का आंशिक रूप से असर दिखाई दिया. इसके अलावा जिले में सामान्य रूप से बाजार खुले रहे.
Intro:खंडवा। देशभर में ट्रेड यूनियन और ग्रामीण बंद के आव्हान का मिला जुला असर देखने को मिला. खंडवा में बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन द्वारा केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के द्वारा बुलाए गए बंद का आंशिक रूप से असर दिखाई दिया इसके अलावा जिले में सामान्य रूप से बाजार खुले रहे.
Body:ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (एआईबीए) द्वारा केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देशभर में हड़ताल की जा रही हैं. खंडवा में भी इसको लेकर एम्प्लाइज के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सदस्यों ने कहा कि केंद्र सरकार बैंकों का निजीकरण और विलय करने के विरोध में यह हड़ताल की जा रही हैं देशभर के 25 करोड़ मजदूर सरकार की श्रमनीति के विरोध में हड़ताल कर रहे है. सरकार की मजदूर नीति से लोग बेरोजगार हो रहे हैं इससे अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है
byte - सर्वोदय पाटीदार, युवा किसान
Byte - संतोष शर्मा, सदस्य एआईबीए
Conclusion:जिले में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन द्वारा केंद्र और राज्य सरकार के सामने अपनी विभिन्न मांगे रखी हैं
Body:ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (एआईबीए) द्वारा केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देशभर में हड़ताल की जा रही हैं. खंडवा में भी इसको लेकर एम्प्लाइज के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सदस्यों ने कहा कि केंद्र सरकार बैंकों का निजीकरण और विलय करने के विरोध में यह हड़ताल की जा रही हैं देशभर के 25 करोड़ मजदूर सरकार की श्रमनीति के विरोध में हड़ताल कर रहे है. सरकार की मजदूर नीति से लोग बेरोजगार हो रहे हैं इससे अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है
byte - सर्वोदय पाटीदार, युवा किसान
Byte - संतोष शर्मा, सदस्य एआईबीए
Conclusion:जिले में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन द्वारा केंद्र और राज्य सरकार के सामने अपनी विभिन्न मांगे रखी हैं
Last Updated : Jan 8, 2020, 8:01 PM IST