खंडवा। एक ओर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना से बचाव के लिए जनता से अपील कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी सरकार के विधायक ही कोरोना की गाइडलाइन फॉलो नहीं कर रहे हैं. विधायक की लापरवाही के कारण कई लोग कोरोना संक्रमण का शिकार भी हो सकते हैं.
विधायक की लापरवाही, कई लोग हो सकते हैं संक्रमित
दरअसल शहर के मंडी प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में विधायक देवेंद्र वर्मा अस्वस्थ होने के बावजूद शरीक हुए. कार्यक्रम के दौरान अचानक देवेंद्र वर्मा की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके कारण विधायक बीच कार्यक्रम में ही चले गए. दूसरे दिन भी अस्वस्थ महसूस करने के कारण विधायक ने कोरोना टेस्ट करवाया, तो उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. विधायक की लापरवाही के कारण कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. यदि विधायक थोड़ी समझदारी दिखाते और 1 दिन पहले ही कोरोना टेस्ट करवा लेते, तो शायद इतने लोगों पर कोरोना का खतरा नहीं मंडरा रहा होता.
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स्वास्थ्य विभाग करेगा सभी की जांच
विधायक वर्मा जिस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, उस कार्यक्रम में आए सभी भाजपा नेताओं सहित जो भी विधायक के संपर्क में आया था उन सभी की जांच स्वास्थ्य विभाग करेगा.
बढ़ रही है कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या
खंडवा में लगातार कोरोनावायरस से पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है, बीते दिन ही 9 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. कुछ लोगों का मानना है कि खंडवा पर महाराष्ट्र के पड़ोसी होने के कारण संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है.
नहीं है कोई प्रशासनिक सख्ती
देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है और खंडवा, महाराष्ट्र का पड़ोसी शहर है, जिसके बावजूद यहां प्रशासन ने कोई सख्ती नहीं दिखाई दी है. शहर में अब लोग भी मास्क लगाना और सैनिटाइजर का हर समय उपयोग भूल गए हैं.
बता दें कि खंडवा के सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार सिंह चौहान का भी कोरोना के चलते हाल ही में निधन हुआ था. इनसे पहले इसी जिले के वन मंत्री विजय शाह को भी कोरोनावायरस हो गया था, जो इस जंग में जीत हासिल कर चुके है. जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 100 से अधिक हो चुकी है, जबकि करीब 2000 से ज्यादा लोग पॉजिटिव हो चुके है.