ETV Bharat / state

रात में बैठक होने से कर्मचारी होते रहे परेशान, दस्तक अभियान को लेकर CMHO ने ली मीटिंग - सीएचएमओ कार्यालय में मीटिंग

दस्तक अभियान के संबंध में बीती रात CMHO कार्यालय में एक मीटिंग बुलाई गयी, जिसमें अभियान से जुड़े कर्मचारियों के साथ चर्चा की गई. रात के वक्त मीटिंग होने से कर्मचारी परेशान होते रहे.

फोटो
author img

By

Published : Jul 12, 2019, 11:01 AM IST

Updated : Jul 12, 2019, 11:53 AM IST

खरगोन। जिले में इन दिनों दस्तक अभियान चल रहा है, जिसे महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पूरा किया जा रहा है. दस्तक अभियान के संबंध में बीती रात सीएचएमओ कार्यालय में एक मीटिंग बुलाई गयी, जिसमें अभियान से जुड़े कर्मचारियों के साथ चर्चा की गई.

रात में बैठक होने से कर्मचारी होते रहे परेशान

जब मीडिया ने मौके पर पहुंचकर अभियान से जुड़े लोगों से मीटिंग के बार में पूछा तो वह हाथ जोड़कर चलते बने. 80 किलोमीटर दूर बड़वाह से मीटिंग में लेट पहुंचने पर एक कर्मचारी को मीटिंग रूम के बाहर बैठा दिया गया. कर्मचारियों ने बताया कि मीटिंग में खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी.

खरगोन करीब 150 किलोमीटर में फैला है, ऐसे में जो कुछ कर्मचारी दिन भर फील्ड में काम करने के बाद रात को मीटिंग में पहुंचे थे, जिससे उन्हें खासी परेशानी हुई. जब सीएचएमओ रमेश नेमा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के लिए 10 दिन शेष हैं. अभियान के कार्यों को पूरा करने में जो समस्याएं आ रही हैं उन पर चर्चा की गयी है.

सीएचएमओ रमेश नेमा ने बताया कि मीटिंग में नोडल ऑफिसर और उनकी शंकाओं का समाधान किया गया है. रात के वक्त बीते दिनों जिले में मुंदी जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर द्वारा स्टाफ नर्स को लिफ्ट देने के बहाने रेप की घटना हुई थी, ऐसे में रात के वक्त मीटिंग रखना और जिले भर से कर्मचारियों को बुलाना अधिकारियों पर सवाल खड़े करता है, हालांकि सीएचएमओ पूरी सुरक्षा-व्यवस्था होने का दावा कर रहे हैं.

खरगोन। जिले में इन दिनों दस्तक अभियान चल रहा है, जिसे महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पूरा किया जा रहा है. दस्तक अभियान के संबंध में बीती रात सीएचएमओ कार्यालय में एक मीटिंग बुलाई गयी, जिसमें अभियान से जुड़े कर्मचारियों के साथ चर्चा की गई.

रात में बैठक होने से कर्मचारी होते रहे परेशान

जब मीडिया ने मौके पर पहुंचकर अभियान से जुड़े लोगों से मीटिंग के बार में पूछा तो वह हाथ जोड़कर चलते बने. 80 किलोमीटर दूर बड़वाह से मीटिंग में लेट पहुंचने पर एक कर्मचारी को मीटिंग रूम के बाहर बैठा दिया गया. कर्मचारियों ने बताया कि मीटिंग में खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी.

खरगोन करीब 150 किलोमीटर में फैला है, ऐसे में जो कुछ कर्मचारी दिन भर फील्ड में काम करने के बाद रात को मीटिंग में पहुंचे थे, जिससे उन्हें खासी परेशानी हुई. जब सीएचएमओ रमेश नेमा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के लिए 10 दिन शेष हैं. अभियान के कार्यों को पूरा करने में जो समस्याएं आ रही हैं उन पर चर्चा की गयी है.

सीएचएमओ रमेश नेमा ने बताया कि मीटिंग में नोडल ऑफिसर और उनकी शंकाओं का समाधान किया गया है. रात के वक्त बीते दिनों जिले में मुंदी जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर द्वारा स्टाफ नर्स को लिफ्ट देने के बहाने रेप की घटना हुई थी, ऐसे में रात के वक्त मीटिंग रखना और जिले भर से कर्मचारियों को बुलाना अधिकारियों पर सवाल खड़े करता है, हालांकि सीएचएमओ पूरी सुरक्षा-व्यवस्था होने का दावा कर रहे हैं.

Intro:खरगोन जिले में इन दिनों दस्तक अभियान चल रहा है। जिसमें महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पूरा किया जा रहा है। परंतु बीती रात हुई जिला स्तरीय मीटिंग जिम्मेदारों की लापरवाही या अदूरदर्शिता पूर्वक बुलाई गई। जिसके लिए पूरे जिले से महिलाओं एवं बुजुर्गों को भी शामिल करने के आदेश दिए गए जिले का क्षेत्रफल 90 से एक सौ तीस किलोमीटर का है।


Body: खरगोन जिले में बीती रात सीएचएमओ कार्यालय में बुलाई गई जिसका समय रात 8 बजे रखा गया जब मीडिया को इस बात की भनक लगी तो मीडिया ने मीटिंग सेंटर पहुंचकर लोगों से चर्चा की कोई कर्मचारी अधिकारी इस मामले पर हाथ जोड़कर माफी मांगते चलते बने। वही मिटिंग छूटने के बाद बड़वाह से आई एक बुजुर्ग महिला अपने परिचित 80 वर्षीय व्यक्ति को लेकर बाइक से आए परंतु वह मीटिंग में लेट पहुंचे । उन से चर्चा करने पर उन्होंने कैमरे पर आने से मना कर दिया परंतु बड़वाह से आए एक वाहन मालिक ने बताया की कल सुबह से मेरे दो वाहन अटैच है । सुबह 7 बजे से मेरा ड्राइवर मेरे वाहन से कर्मचारियों को लेकर फील्ड पर गया था जो शाम साढे छह बजे आया। विभाग द्वारा मीटिंग में जाने के लिए 7 बजे फोन आया और खरगोन से बड़वाहकी दूरी 90 किलोमीटर है ड्राइवर ने परिवार का हवाला देते हुए चाबी पटक कर चला गया तो मुझे खुद आना पड़ा 90 किलोमीटर की दूरी करने मे ढाई से 3 घंटे लगते हैं। कर्मचारी सुबह से फील्ड में है और अब रात के 11 बज गए हैं यहां पर मीटिंग में आए लोगों के लिए न खाने नाश्ते की व्यवस्था है
बाइट शांतिलाल खंडेलवाल वाहन मालिक
इस मामले को लेकर सीएचएमओ रमेश नेमा से चर्चा की गई तो उन्होंने पहले ही कहा कि मैं अनावश्यक सवालों के जवाब नहीं दूंगा वहीं मीटिंग को लेकर कहा कि अभी जिले में दस्तक अभियान चल रहा है जिसको लेकर कर्मचारियों कि कुछ गलत बातें समझ में नहीं आ रही है और हमारे पास 10 दिन शेष बचे हैं जिसमें पूरे कार्यों को अंजाम देना जिसके लिए हमारे नोडल ऑफिसर उनकी शंकाओं का समाधान कर रहे हैंI वहीं बीते दिनों खरगोन जिले के पास के जिले खंडवा के मुंदी जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर द्वारा स्टाफ नर्स को लिफ्ट देने के बहाने उससे रेप की घटना हुई थी ऐसे में ऐसी मीटिंग पर सवाल करने पर सीएचएमओ ने कहा कि हमारे पास पूरी सुरक्षा के व्यवस्था है।
बाइट डॉ रमेश नीमा सीएचएमओ
इस मीटिंग पर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं-
1 क्या दस्तक अभियान के तहत इतनी रात को मीटिंग बुलाना जरूरी था नंबर दो सीएचएमओ डॉ रमेश नीमा के अनुसार दिन में कर्मचारियों को फील्ड में जाना होता है और और समय नहीं रहता है तो रात को लगभग एक बजे घर पहुंचने
वाले कर्मचारी सुबह अपने काम पर जा पाएंगे नंबर 3 जब तेल रात मीटिंग का आयोजन किया जाना तय था तो भोजन की व्यवस्था क्यों नहीं की गई।


Conclusion:खरगोन जिले के दस्तक अभियान से जुड़े कर्मचारियो की सीएमएचओ कार्यालय पर रात 8 बजे से 11 बजे तक लगी। जिसमे महिलाए ओर बुजुर्ग परेशान रहे।
Last Updated : Jul 12, 2019, 11:53 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.