खरगोन। जिले में इन दिनों दस्तक अभियान चल रहा है, जिसे महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पूरा किया जा रहा है. दस्तक अभियान के संबंध में बीती रात सीएचएमओ कार्यालय में एक मीटिंग बुलाई गयी, जिसमें अभियान से जुड़े कर्मचारियों के साथ चर्चा की गई.
जब मीडिया ने मौके पर पहुंचकर अभियान से जुड़े लोगों से मीटिंग के बार में पूछा तो वह हाथ जोड़कर चलते बने. 80 किलोमीटर दूर बड़वाह से मीटिंग में लेट पहुंचने पर एक कर्मचारी को मीटिंग रूम के बाहर बैठा दिया गया. कर्मचारियों ने बताया कि मीटिंग में खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी.
खरगोन करीब 150 किलोमीटर में फैला है, ऐसे में जो कुछ कर्मचारी दिन भर फील्ड में काम करने के बाद रात को मीटिंग में पहुंचे थे, जिससे उन्हें खासी परेशानी हुई. जब सीएचएमओ रमेश नेमा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के लिए 10 दिन शेष हैं. अभियान के कार्यों को पूरा करने में जो समस्याएं आ रही हैं उन पर चर्चा की गयी है.
सीएचएमओ रमेश नेमा ने बताया कि मीटिंग में नोडल ऑफिसर और उनकी शंकाओं का समाधान किया गया है. रात के वक्त बीते दिनों जिले में मुंदी जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर द्वारा स्टाफ नर्स को लिफ्ट देने के बहाने रेप की घटना हुई थी, ऐसे में रात के वक्त मीटिंग रखना और जिले भर से कर्मचारियों को बुलाना अधिकारियों पर सवाल खड़े करता है, हालांकि सीएचएमओ पूरी सुरक्षा-व्यवस्था होने का दावा कर रहे हैं.