खंडवा। पंधाना तहसील के ग्राम दीवाल में शहीद महेश प्रजापति को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. बीएसएफ में जैसलमेर राजस्थान पदस्थ थे, एक वाहन की टक्कर से दुर्घटना में 13 मार्च रात्रि में उनकी मौत हो गई. शहीद महेश प्रजापति का पार्थिव शरीर जैसलमेर राजस्थान से 15 मार्च सुबह 10 बजे पंधाना होकर दीवाल उनके घर लाया गया. जहां उनके अंतिम दर्शन के बाद उनका दाह संस्कार किया गया.
शहीद की अंतिम यात्रा में पुष्प वर्षा
नगर में शहीद महेश प्रजापति के पार्थिव शरीर को लेकर आई एंबुलेंस का जैसे की पंधाना में प्रवेश हुआ वैसे ही सड़क के दोनों तरफ करीब एक किमी लंबी कतार लगाकर खड़े लोगों ने भारत माता की जय, शहीद महेश प्रजापति अमर रहे के नारे लगाकर जमकर पुष्प वर्षा की. शोक स्वरूप पंधाना नगर के नागरिकों ने स्वेच्छा से अपने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे.
अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
राजस्थान के जैसलमेर से बीएसएफ सैनिक शहीद महेश प्रजापति के पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से पंधाना होकर दिवाल उनके घर लाया गया. जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा था. परिजनों, रिश्तेदारों, हितेषियों और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल था. सभी ने नम आंखों से शहीद महेश प्रजापति को श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस दौरान जैस ही पार्थिव शरीर को लेकर एंबुलेंस, सेना, पुलिस वाहन एवं अन्य सभी वाहन दीवाल ग्राम में प्रवेश किया वैसे ही जन सैलाब उमड़ पड़ा.
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नम हुई आंखें
दीवाल का "शेर अमर रहे" शहीद महेश प्रजापति अमर रहे जैसे नारे ग्राम में गूंजता रहा. सेना के जवानों ने जैसे ही एंबुलेंस में से ताबुत निकालकर पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर घर की तरफ ले जाने लगे तो लोग जोर-जोर से नारे लगाने लगे देखो देखो कौन आया "शेर आया शेर आया" दीवाल का शेर आया और गमगीन माहौल में सभी के आंखों से आंसू बहने लगे.
राजस्थान के जैसलमेर से साथ आए सब इंस्पेक्टर एसएन मिश्रा 139 बटालियन बीएसएफ रामगढ़ जैसलमेर (राजस्थान) में तैनात है, ने बताया कि सेक्टर जैसलमेर में महेश प्रजापति कांस्टेबल के पद पर रहकर कोर्स कर रहे थे. किसी आवश्यक कार्य के लिए अपनी बाइक से निकले थे कि रास्ते में मैन बाजार में सिविल ट्रक और बाइक का एक्सीडेंट हो गया और वह रोड पर गिर गए और उनके सिर में गहरी चोट आ गई. उन्हें तत्काल हॉस्पिटल लाया गया जहां उपचार के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हमारे स्टाफ ने कार्रवाई कर पोस्टमार्टम करवाया और शहीद के शव को आज उनके घर परिजनों को सुपुर्द करने के लिए आए हैं.