खंडवा। मध्य प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर आज मतदान होना है. बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद खाली हुई सीट पर बीजेपी की तरफ से नंदकुमार सिंह चौहान के करीबी ज्ञानेश्वर पाटिल को टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस ने यहां से वरिष्ठ नेता राजनारायण सिंह पुरनी को अपना प्रत्याशी बताया है. इस सीट पर जीत हार से लोकसभा में दोनों पार्टियों की मौजूदा स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं होगा, लेकिन फिर भी ये सीट जीतना बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए ही साख का सवाल है.
कौन है बीजेपी प्रत्याशी ज्ञानेश्नर पाटिल?
भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटील भाजपा स्नातक (बी.कॉम) कर चुके हैं. उनका केला ट्रांसपोर्टर एवं केला सप्लाय का व्यवसाय है. ज्ञानेश्वर पाटिल को 2004 में उमा भारती की तिरंगा यात्रा का जिला प्रभारी बनाया गया था. इसके बाद लगातार वे चुनाव में बीजेपी के लिए काम करते रहे हैं. नेपानगर उपचुनाव 2016 चुनावों में बीजेपी ने उन्हें संगठनात्मक कार्य संचालन सहित निर्वाचन संबंधी शासकीय कार्यालयीन जिम्मेदारियां सौंपी थी. गुजरात विधानसभा चुनाव में कृष्ण मुरारी मोघे के नेतृत्व में पाटिल ने छोटा उदयपुर विधानसभा क्षेत्र में पूर्णकालिक कार्य किया. 2019 में महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के आकोला जिले में पांच विधानसभा के चुनाव प्रभारी रहे. इन पांचों विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली थी. पाटिल के पास कुल संपत्ति 2.70 करोड़ 77 हजार और उनकी पत्नी के पास 1.74 करोड़ की संपत्ति है. पाटिल पर बैंकों का 2.73 लाख 400 बकाया है. वहीं, पत्नी पर 54.54 लाख 440 रुपए बकाया है.
पाटिल ने किया जीत का दावा
ज्ञानेश्वर पाटील अपनी जीत पक्की मानकर चल रहे है. नंदू भैया को अपना गुरू मानने वाले पाटिल उनकी तरह ही मृदू भाषी है. बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला का भाजपा में शामिल होने के बाद समीकरण बदल गए हैं. बड़वाह कांग्रेस का गढ़ रहा है लेकिन सचिन बिरला के भाजपा के आने के बाद कांग्रेस को मिलने वाले गुर्जर वोट अब भाजपा के खाते में जाएगें. इससे अब पाटील की जीत प्रबल दिखाई दे रही है.
कौन है कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी?
69 वर्षीय ठाकुर राजनारायण सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है, जो 3 बार मांधाता विधानसभा क्षेत्र से विधायक हर चुके है. वे सन 1998 से लेकर 2008 तक लगातार इस क्षेत्र से विधायक बने है. ठाकुर राजनारायण सिंह कांग्रेस में दिग्विजय सिंह के सबसे करीबी माने जाते है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और बुरहानपुर के निर्दलिय विधायक सुरेंद्र सिंह ठाकुर के साथ मिलकर वे चुनाव में अपनी जीत तय मान कर रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह के पास खंडवा के अलावा इंदौर, भोपाल में भी जमीन हैं. उनकी पत्नी के पास चांदी- 2200 ग्राम- मूल्य 12.25 लाख और सोना-190 ग्राम कीमत 5.60 लाख का है.
महंगाई और वोट फॉर लोकल के दम पर जीत का दावा
कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर राजनारायण सिंह ने अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है. प्रचार में राजनारायण सिंह और कांग्रेस नेताओं ने सभी जगह महंगाई का मुद्दा उठाया है. पेट्राेल, डीजल और रसोई गैस के महंगे दामों पर उन्होंने जनता से वोट मांगे हैं.राजनारायण सिंह की ठाकुर और गुर्जर समाज में अच्छी पकड़ है. कांग्रेस ने इस चुनाव में वोट फॉर लोकल यानी कि खंडवा के प्रत्याशी को जीताने का मुद्दा भी उठाया था, इसलिए कांग्रेस भी अपनी जीत का दावा कर रही है.
नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई सीट
खंडवा लोकसभा सीट सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई थी. नंदकुमार सिंह चौहान बुरहानपुर से ताल्लुक रखते थे, लेकिन उनका पूरे क्षेत्र में अच्छा जनाधार था. नंदकुमार सिंह चौहान 6 बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे.