भोपाल। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए किशोर शिवम शुक्ला को होश आ गया है.उनका इंदौर के सीएचएल अस्पताल में इलाज चल रहा है. उसका इलाज करने वाले डॉक्टरों ने इसकी जानकारी दी. डॉक्टर ने कहा कि 16 वर्षीय लड़के को होश आ गया. लेकिन वह अभी भी आईसीयू वार्ड में वेंटिलेटर सपोर्ट पर है. (ventilator support in ICU ward) उन्होंने कहा, "डॉक्टरों की एक टीम लड़के के स्वास्थ्य की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है. उसने अब कुछ निर्देशों का जवाब देना शुरू कर दिया है. लेकिन इसे ठीक होने में कुछ समय लगेगा." (Khargone violence update)
जल्द ठीक होने की उम्मीद: सीएचएल अस्पताल के डॉ निखिलेश जैन ने आईएएनएस को बताया. "हमारी पहली प्राथमिकता रोगी को होश में लाना था. वह अस्पताल लाए जाने के बाद से पूरी तरह से बेहोश अवस्था में था. अब, उसे होश आ गया है, लेकिन पूरी तरह से ठीक होने में कुछ समय लगेगा. हमें उम्मीद है कि वह अगले कुछ दिनों में पूरी तरह से ठीक हो जाएगा."
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सिर पर आई थी गंभीर चोट: जानकारी के अनुसार, शिवम 10 अप्रैल को निकाले गए रामनवमी जुलूस में शामिल होने गए थे. लोगों के एक समूह ने जुलूस पर पथराव करना शुरू कर दिया. जिसके बाद में सांप्रदायिक दंगा हो गया. झड़प के दौरान लड़के के सिर पर गंभीर चोट आई थी. पुलिस उसे खरगोन के नजदीकी अस्पताल ले गई. बाद में उन्हें सीएचएल अस्पताल इंदौर में स्थानांतरित कर दिया गया.
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नोटिस जारी कर मांगा जवाब: इससे पहले गुरुवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने खरगोन जिला प्रशासन को नोटिस जारी कर मामले पर जवाब मांगा था. आयोग ने लड़के को घायल करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई रिपोर्ट भी मांगी है.
एनसीपीसीआर ने जिला कलेक्टर अनुग्रह पी को लिखे पत्र में कहा. "आयोग ने ट्विटर पर एक समाचार रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है. जिसमें आयोग के ध्यान में लाया गया है कि, रामनवमी के अवसर पर एक जुलूस के दौरान एक धार्मिक समुदाय द्वारा पथराव में एक 16 वर्षीय लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया है."
आयोग का आदेश जारी: इसमें आगे कहा गया है, "यह सूचित किया जाता है कि उक्त धार्मिक समुदाय ने न केवल पथराव किया. बल्कि बड़े पैमाने पर हिंसा भी की. इसके अलावा आयोग को उक्त समाचार रिपोर्ट के माध्यम से यह भी सूचित किया जाता है कि, नाबालिग लड़के की स्थिति बहुत गंभीर है." आयोग ने प्रशासन से जांच शुरू करने और प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है.
-आईएएनएस